गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के पवित्र भैरव बाबा मंदिर के पास पति को बंधक बनाकर उसकी पत्नी के साथ हुए गैंगरेप की अमानवीय घटना ने पूरे जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना न केवल जिले में बढ़ते नशे के प्रवृत्ति को दर्शाती है, बल्कि इसके पीछे की कानून व्यवस्था की लचर स्थिति पर भी सवाल उठाती है। इसी मुद्दे पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंजी. राजेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की और जिले में कानून व्यवस्था को सुधारने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे ऐसे अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है। नेताओं ने यह भी कहा कि सरकार को तत्काल इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए और अपराधियों को सजा दिलवानी चाहिए।
कांग्रेस ने 3 नवंबर को रीवा बंद का ऐलान किया है, जिससे वे इस गंभीर मुद्दे के प्रति जनता का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। पार्टी का मानना है कि यह बंद केवल गैंगरेप की घटना के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे जिले में बढ़ती हुई अपराध और नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ एक आवाज है। बैठक में उपस्थित नेताओं ने एकजुटता का संकल्प लिया और कहा कि वे इस मुद्दे पर जनता के साथ खड़े हैं।
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जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंजी. राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि इस घटना ने हमारे समाज की संवेदनशीलता को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने मांग की कि प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले में जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है, तो हम और भी अधिक बड़े आंदोलन की योजना बनाएंगे।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जिले में नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। कांग्रेस के नेताओं ने सुझाव दिया कि प्रशासन को चाहिए कि वे नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताएं।
कुल मिलाकर, रीवा गैंग रेप मामले ने कांग्रेस में एक नई हलचल पैदा कर दी है और पार्टी इस मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में उचित कदम उठाएगा या कांग्रेस के आंदोलन को और बढ़ने का मौका मिलेगा।