दिल्ली हाट में मंगलवार रात भीषण आग लग गई, जिसने बाजार की रौनक को पल भर में राख में तब्दील कर दिया। इस हादसे में करीब 28 दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं, जिससे व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी व्यक्ति की जान नहीं गई।
रात 8:55 बजे लगी आग
यह हादसा 30 अप्रैल की रात करीब 8:55 बजे हुआ। जैसे ही आग लगी, आसपास के लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दमकल विभाग ने तेजी से कार्रवाई की और 12 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में घंटों लग गए।
आग का कारण बताया गया शॉर्ट सर्किट
स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, आग लगने से पहले इलाके में बिजली चली गई थी। इसके बाद अचानक एक दुकान से धुआं निकलना शुरू हुआ और कुछ ही मिनटों में आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। कई व्यापारियों का मानना है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। एक दुकानदार ने बताया कि उसकी दुकान में रखी 10-12 कीमती कश्मीरी पेंटिंग्स भी आग में जलकर खत्म हो गईं।
करोड़ों की संपत्ति का नुकसान
हाट में मौजूद कई दुकानों में लाखों की हैंडीक्राफ्ट, आर्टवर्क और सांस्कृतिक वस्तुएं रखी थीं, जिन्हें दिल्ली और बाहर से आए लोग खरीदते थे। इस हादसे में हर दुकान मालिक को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। एक दुकानदार ने बताया कि दिल्ली हाट के मेले के लिए लाए गए कई महंगे सामान चंद मिनटों में जलकर राख हो गए। आग ने न सिर्फ दुकानों को तबाह किया बल्कि कई व्यापारियों की महीनों की मेहनत को भी खत्म कर दिया।
कोई जनहानि नहीं, पर व्यापार पर भारी असर
हालांकि किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन व्यापारियों के लिए यह आग एक बड़ा झटका बनकर आई है। दुकानें जलने से न केवल आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि आगामी मेले में भाग लेने की उम्मीदें भी धुंधली हो गई हैं।
जांच टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया है और आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। फिलहाल बाजार को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
क्या आप जानना चाहेंगे कि ऐसे हादसों से बचाव के लिए दिल्ली में क्या इंतज़ाम हैं?
दिल्ली हाट में भीषण आग से 28 दुकानें स्वाहा, एक रात में करोड़ों का नुकसान
दिल्ली हाट में मंगलवार रात भीषण आग लग गई, जिसने बाजार की रौनक को पल भर में राख में तब्दील कर दिया। इस हादसे में करीब 28 दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं, जिससे व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी व्यक्ति की जान नहीं गई।
रात 8:55 बजे लगी आग
यह हादसा 30 अप्रैल की रात करीब 8:55 बजे हुआ। जैसे ही आग लगी, आसपास के लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दमकल विभाग ने तेजी से कार्रवाई की और 12 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में घंटों लग गए।
आग का कारण बताया गया शॉर्ट सर्किट
स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, आग लगने से पहले इलाके में बिजली चली गई थी। इसके बाद अचानक एक दुकान से धुआं निकलना शुरू हुआ और कुछ ही मिनटों में आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। कई व्यापारियों का मानना है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। एक दुकानदार ने बताया कि उसकी दुकान में रखी 10-12 कीमती कश्मीरी पेंटिंग्स भी आग में जलकर खत्म हो गईं।
करोड़ों की संपत्ति का नुकसान
हाट में मौजूद कई दुकानों में लाखों की हैंडीक्राफ्ट, आर्टवर्क और सांस्कृतिक वस्तुएं रखी थीं, जिन्हें दिल्ली और बाहर से आए लोग खरीदते थे। इस हादसे में हर दुकान मालिक को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। एक दुकानदार ने बताया कि दिल्ली हाट के मेले के लिए लाए गए कई महंगे सामान चंद मिनटों में जलकर राख हो गए। आग ने न सिर्फ दुकानों को तबाह किया बल्कि कई व्यापारियों की महीनों की मेहनत को भी खत्म कर दिया।
कोई जनहानि नहीं, पर व्यापार पर भारी असर
हालांकि किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन व्यापारियों के लिए यह आग एक बड़ा झटका बनकर आई है। दुकानें जलने से न केवल आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि आगामी मेले में भाग लेने की उम्मीदें भी धुंधली हो गई हैं।
जांच टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया है और आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। फिलहाल बाजार को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।