श्रीनगर में ग्रेनेड विस्फोट (Grenade Blast): आतंकियों ने सीआरपीएफ वाहन को बनाया निशाना, 11 लोग घायल
Grenade Blast in Srinagar: CRPF Vehicle Targeted
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में रविवार को साप्ताहिक बाजार में एक Grenade Blast (ग्रेनेड विस्फोट) ने दहशत फैला दी। आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के एक मोबाइल बंकर वाहन को निशाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन निशाना चूक गया और ग्रेनेड सड़क पर गिरकर फट गया। इस घटना में 11 लोग घायल हो गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात आतंकवादियों ने टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर (टीआरसी) क्रॉसिंग के पास ग्रेनेड फेंका। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया।
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मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की निंदा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस Grenade Blast की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया, श्रीनगर के संडे मार्केट (Srinagar Sunday Market) में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की खबर बेहद परेशान करने वाली है। सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द इस हमले की लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, ताकि लोग बिना किसी डर के जीवन जी सकें।”
कांग्रेस प्रमुख ने भी की कड़ी निंदा
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि दुकानदारों पर Grenade Blast की यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और जम्मू-कश्मीर पुलिस को ऐसे अमानवीय हमलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। कर्रा ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की।
उपराज्यपाल का निर्देश
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने डीजीपी नलिन प्रभात से बात करते हुए आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को दंडित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “नागरिकों को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों को अपने कृत्यों की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
हालिया मुठभेड़ का संदर्भ
इस हमले के एक दिन पहले, श्रीनगर के खानयार इलाके में एक मुठभेड़ में ‘लश्कर-ए-तैबा’ का शीर्ष कमांडर उस्मान मारा गया था। पिछले महीने आतंकवादियों ने गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में श्रमिक शिविर पर हमला कर छह बाहरी मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की हत्या कर दी थी।
इस घटना ने सुरक्षा बलों और आम नागरिकों के बीच चिंता बढ़ा दी है, जिससे यह साबित होता है कि घाटी में आतंकवादी गतिविधियों का खतरा अभी भी बना हुआ है।