Mahakumbh-2025: योगी-मोदी-नड्डा की महाकुंभ 2025 और उपचुनाव पर अहम बैठक
दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को आगामी Mahakumbh-2025 (महाकुंभ 2025) में शामिल होने का औपचारिक न्योता दिया, जो जनवरी में प्रयागराज में आयोजित होगा। महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं, और यह एकता का प्रतीक है।
बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री योगी ने आगामी उपचुनावों पर भी चर्चा की, जो उत्तर प्रदेश की विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले हैं। यह उपचुनाव राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं, खासकर लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक उत्तर प्रदेश में राजनीतिक स्थिरता और पार्टी के भीतर की रणनीतियों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
शिक्षक भर्ती विवाद का समाधान
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रहे 69,000 शिक्षक भर्ती विवाद पर भी चर्चा की। इस विवाद का समाधान निकालने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो यह विवाद उपचुनाव से पहले हल किया जा सकता है, जो कि युवा मतदाताओं के बीच भाजपा की छवि को सुधारने में सहायक होगा।
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महाकुंभ में एकता का संदेश
Mahakumbh-2025 (महाकुंभ-2025) को लेकर चर्चा में मुख्यमंत्री ने हिंदू समाज में एकता के संदेश पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुंभ में विभिन्न संप्रदायों को आमंत्रित करने की योजना है, जिससे धर्म के विभिन्न स्वरूपों के बीच आपसी संवाद बढ़ सके। सीएम योगी ने इस संदर्भ में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ हुई अपनी हालिया बैठक का भी उल्लेख किया।
भाजपा के भीतर की रणनीतियों पर ध्यान
सीएम योगी की पीएम मोदी और नड्डा से मुलाकात के बाद यह भी स्पष्ट हुआ कि पार्टी के भीतर की रणनीतियों और आगामी चुनावों की तैयारियों को लेकर गंभीर चर्चा की गई। लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद, यह बैठक दोनों नेताओं के बीच पहली महत्वपूर्ण मुलाकात थी, जिसमें राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर विचार किया गया।
ओबीसी समुदाय को सशक्त करने की रणनीति
बैठक के दौरान ओबीसी समुदाय को बेहतर संदेश देने की रणनीतियों पर भी विचार किया गया। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी समाज के विभिन्न वर्गों को सही संदेश दे सके। इससे न केवल पार्टी की छवि में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश के युवाओं में भी विश्वास बढ़ेगा।
इस प्रकार, योगी आदित्यनाथ की यह दिल्ली यात्रा न केवल राजनीतिक संवाद के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह आगामी Mahakumbh-2025 (महाकुंभ 2025) और by-elections (उपचुनावों) के लिए भाजपा की रणनीति को भी स्पष्ट करने में सहायक साबित होगी।