Adani Group पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप
अमेरिका में भारतीय उद्योग समूह Adani Group के शीर्ष अधिकारियों पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। सागर अदानी, जो कंपनी के युवा उत्तराधिकारी हैं, पर कथित तौर पर भारतीय अधिकारियों को करोड़ों डॉलर की रिश्वत देने और इसका रिकॉर्ड अपने मोबाइल फोन में रखने का आरोप है। कोर्ट के दस्तावेजों में इसे “रिश्वत नोट्स” कहा गया है।
रिश्वत नोट्स और सौदों की डिटेल्स
सागर अदानी ने अपने नोट्स में रिश्वत की रकम, अधिकारियों के नाम और उनके बदले मिलने वाले सोलर पावर सौदों का पूरा विवरण रखा था। उन्होंने यहां तक कि प्रति मेगावाट रिश्वत की दर भी तय की थी।
2020 में व्हाट्सएप मैसेज के संकेत
2020 में व्हाट्सएप पर सागर अदानी ने लिखा, “हां… लेकिन दिखावे को कवर करना बहुत मुश्किल है।” यह संदेश उस समय का है जब इस कथित रिश्वत योजना पर काम चल रहा था।
अमेरिका में आरोप और अदानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अमेरिकी अभियोजकों ने बुधवार को सागर अदानी, उनके चाचा गौतम अदानी और छह अन्य पर $265 मिलियन के घोटाले में भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप लगाए। अदानी ग्रुप ने इन आरोपों को “निराधार और अस्वीकार्य” बताते हुए कहा कि वे “हर संभव कानूनी उपाय करेंगे।”
सागर अदानी का परिचय
30 वर्षीय सागर अदानी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और 2015 में अदानी ग्रुप से जुड़े। उन्हें कंपनी की सोलर और विंड एनर्जी पोर्टफोलियो को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है।
रिश्वतखोरी में शामिल राज्यों का जिक्र
कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, रिश्वतखोरी में जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अधिकारियों से लेन-देन हुआ। जुलाई 2021 में ओडिशा में 500 मेगावाट पावर के सौदे के लिए लाखों डॉलर की रिश्वत दी गई। अगस्त 2021 में आंध्र प्रदेश के 7,000 मेगावाट के सौदे के लिए $200 मिलियन की रिश्वत दी गई।
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गौतम अदानी और अदानी ग्रुप पर असर
62 वर्षीय गौतम अदानी, जिन्हें दुनिया के 25वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, पर इस संकट का प्रभाव तुरंत पड़ा। अदानी ग्रुप की कंपनियों का बाजार मूल्य अरबों डॉलर घट गया, और केन्या ने ग्रुप के साथ एक बड़े एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया।
दो वर्षों में दूसरा बड़ा झटका
यह घटना अदानी ग्रुप के लिए दो वर्षों में दूसरी बड़ी चुनौती है। इससे पहले भी समूह पर गंभीर आरोप लग चुके हैं, और यह संकट कंपनी की साख और बाजार मूल्य पर बड़ा असर डाल रहा है।