स्वाति मालीवाल का मामला आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के लिए एक गंभीर संकट बन गया है। यह मामला एक बार फिर से चर्चा में आ गया है, जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में बिभव का नाम लिया, जिसके चलते मालीवाल ने केजरीवाल पर तीखा हमला किया। आइए इस मामले के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर नज़र डालते हैं:
घटना का विवरण:
- 13 मई को, स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास पर उनके साथ बदसलूकी और मारपीट हुई। उन्होंने कहा कि केजरीवाल दूसरे कमरे में थे और उनकी चीखें सुनने के बावजूद बाहर नहीं आए।
मारपीट का आरोप:
- स्वाति के अनुसार, बिभव कुमार ने उन्हें थप्पड़ मारा और घसीटते हुए फर्श पर गिरा दिया। इस दौरान उन्होंने मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई सहायता नहीं आई।
पार्टी की प्रतिक्रिया:
- 14 मई को, AAP सांसद संजय सिंह ने इस घटना को लेकर मीडिया से बात की और कहा कि बिभव कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिभव कुमार की गिरफ्तारी:
- 16 मई को बिभव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 18 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद बिभव ने जमानत के लिए कोर्ट का रुख किया।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय:
- सुप्रीम कोर्ट ने 2 सितंबर को बिभव को सशर्त जमानत दी, यह निर्देश देते हुए कि वह मुख्यमंत्री आवास नहीं जा सकेंगे और किसी भी आधिकारिक कार्यभार में शामिल नहीं होंगे।
भाजपा का आरोप:
- भाजपा ने इस मामले को लेकर AAP पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने केजरीवाल पर चुप रहने का आरोप लगाया और माफी मांगने की मांग की।
स्वाति मालीवाल का यह मामला आम आदमी पार्टी की आंतरिक राजनीति और छवि को चुनौती दे रहा है, और इसने पार्टी के नेताओं के बीच तनाव को भी बढ़ा दिया है।