Male Breast Cancer:कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
अक्टूबर महीने को ‘Breast Cancer Awareness Month’ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। हालांकि, Male Breast Cancer के मामले भी बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बारे में जागरूकता अभी भी कम है। मुंबई के वॉकहार्ट हॉस्पिटल की ब्रेस्ट ओन्को सर्जन, डॉ अदिति अग्रवाल, से जानें कि पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर क्यों होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
Male Breast Cancer (पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर) की स्थिति:
अधिकतर लोग मानते हैं कि पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर नहीं होता, जबकि वास्तव में 1% पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के केस पाए गए हैं। आमतौर पर यह 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में देखा जाता है। डॉ अदिति ने बताया कि अब तक उन्होंने 8 पुरुषों की ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी की है, जिनमें से अधिकांश की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी। युवा पुरुषों में इस तरह के मामलों की संख्या बहुत कम है।
केस स्टडी:
डॉ अदिति ने एक 79 वर्षीय पुरुष का केस साझा किया, जो पहले से स्वस्थ थे। अचानक उनके बाएं ब्रेस्ट में बदलाव देखने को मिला, जिससे वे चिंतित होकर चेस्ट स्पेशलिस्ट के पास गए। वहाँ से उन्हें डॉ अदिति के पास भेजा गया। जांच के बाद पता चला कि उनके निप्पल एरिओला कॉम्प्लेक्स के पीछे एक गांठ है, और बायोप्सी में पुष्टि हुई कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। यह खबर उनके और उनके परिवार के लिए हैरान करने वाली थी।
संकेत और लक्षण:
Male Breast Cancer के संकेत महिलाओं की तरह ही होते हैं। इनमें ब्रेस्ट में गांठ का बढ़ना और निप्पल से डिस्चार्ज शामिल हैं। चूंकि पुरुषों के ब्रेस्ट छोटे होते हैं, कैंसर तेजी से फैल सकता है। कई बार, पुरुष कैंसर के संकेतों को पहचानने में देर कर देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कैंसर का स्टेज 3 या 4 तक पहुंच सकता है।
चेकअप की सलाह:
अगर पुरुषों को ब्रेस्ट में कोई बदलाव दिखाई दे, तो उन्हें इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। तुरंत कैंसर स्पेशलिस्ट से मिलकर जांच करानी चाहिए। रेडिएशन के एक्सपोजर, शरीर में एस्ट्रोजन का बढ़ा हुआ स्तर, और अधिक शराब का सेवन भी कैंसर की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
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जांच का महत्व:
डॉ अदिति का कहना है कि पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर की जांच करानी चाहिए। महिलाओं को 40 साल के बाद जांच कराने की सलाह दी जाती है, जबकि पुरुषों को 25 साल की उम्र से इसकी शुरुआत करनी चाहिए।
Male Boobs vs Breast Cancer
महिलाओं की तरह पुरुषों में भी ब्रेस्ट में गांठ या उभार हो सकता है, जिसे ‘मेल बूब्स’ कहा जाता है। यह तब होता है जब शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है और एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ता है। कभी-कभी, इस समस्या के लिए सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ती है।
इस प्रकार, पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता बढ़ाना और समय पर जांच कराना अत्यंत आवश्यक है।