झारखंड राजनीति: जेएमएम ने बीजेपी पर छात्रों को भ्रमित और भड़काने का आरोप
जेएमएम का आरोप – विपक्षी दल छात्रों को गुमराह कर रहे हैं
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा से जुड़े विवाद पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने विपक्षी दलों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जेएमएम का कहना है कि विपक्षी दल जानबूझकर छात्रों को भ्रमित और भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।
छात्रों में कोई असंतोष नहीं – जेएमएम नेता
जेएमएम के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्षी दल छात्रों को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि छात्रों में कोई भी असंतोष या उबाल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा, “सड़कों पर जो कुछ छात्र दिख रहे हैं, उनकी संख्या बहुत कम है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी छात्र इनकी बातों में आकर बहक जाएगा। छात्रों को यह पूरी तरह से समझ आ चुका है कि सरकार ने एक लाख नौकरियों का कैलेंडर जारी किया है, और उनके पास कई विकल्प हैं। उन्हें जल्द ही नौकरियां मिलेंगी।”
हेमंत सोरेन की सरकार पर विश्वास जताते हुए छात्रों से तैयारी करने की अपील
जेएमएम नेता ने आगे कहा, “राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार है, और हम सभी लोग इस पर भरोसा कर सकते हैं। छात्रों को अपनी तैयारी में पूरी तरह से जुट जाना चाहिए और जो आने वाली भर्तियों के लिए परीक्षा होनी है, उसकी तैयारी करें। सरकार निश्चित रूप से उन्हें नौकरियां देने का काम करेगी।”
छात्रों का विरोध प्रदर्शन – पुलिस ने की लाठीचार्ज
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सितंबर की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर छात्रों ने आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया और झारखंड राज्य छात्र संघ (जेएसएसयू) के नेता देवेंद्र नाथ महतो को हिरासत में ले लिया था।