ठगी का यह मामला जिले के खैरहा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खन्नाथ निवासी कमल नारायण 45 वर्ष के साथ पेश आया है । जिसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक व सायबर सेल में उसने दर्ज कराई है। किसान ने बताया कि तीन माह पहले उसे कॉलरी से जो मुआवजा की राशि मिली थीं, जिसे उसने अपने बैंक खाता में जमा करवा दिया था । कुछ दिन पहले जब वह रकम निकालने बैंक पहुंचा तो पता चला कि खाते में मात्र 179 रुपए ही बचे है। बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि दिल्ली व झारखंड से किसी ने एटीएम व अन्य डिजिटल माध्यम से कई बार में रकम निकाल ली है। आश्चर्य की बात यह रही कि कमल ने एटीएम लिया ही नहीं था और न ही अन्य डिजिटल तरीके से लेनदेन किया, क्योंकि वह अनपढ है और अंगूठा लगाकर लेनदेन करता है ।
जिले में बढ़ते जा रहे ठगी के मामले
विदित हो कि जिले में लगातार ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं । आए दिन लोग ठगों के झांसे में आकर अपने खून पसीने के कमाई गंवा बैठ रहे हैं । पहले जहां जालसाज झांसा देकर ओटीपी लेकर खाते से रुपए पार करते थे ,वहीँ अब नई तकनीक के जरिए बिना ओटीपी के ही खाते से रुपए पार कर दें रहें हैं । जो किसान लाखो की ठगी का शिकार हुआ है ,उसका केवल बैंक में केवल खाता है, ना तो वह डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए कोई आईडी जेनरेट किए हुए हैं, और ना ही उसके पास कोई चेक बुक है । इतना ही नहीं उसके पास उसके खाते का एटीएम भी नहीं है। ऐसी स्थिति में बिना ओटीपी आए ही उसके खाते से 4 लाख 12 हज़ार रुपए अचानक गायब हो गए।
बैंक में गया तो उड़े होश
अपने बैंक खाते से लाखो रुपए उड़ जाने से किसान अब तक अनजान था । जब पैसो की जरूरत पड़ने पर वह बैंक गया तो बैंक कर्मियों ने उसे बताया कि उसके खाते में तो सिर्फ 179 रुपए ही हैं । इस बात को सुनकर उसके होश उड़ गये । उसने कहा साहब थोडा अछे से चेक करिए मेरे खाते में तो चार लाख रुपए से भी अधिक राशि जमा है । जिसके बाद उसे पता चला कि जालसाजी के साथ किसी ठग ने उसके खाते से रुपए पार कर दिए हैं ।