कठुआ में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन खरगे जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जब उनकी तबीयत बिगड़ गई। जसरोटा में मंच से भाषण देते हुए अचानक उनके स्वास्थ्य में गिरावट आई। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तुरंत पानी पिलाया, और कुछ देर के लिए भाषण रोक दिया गया।
थोड़ी देर बाद खरगे ने फिर से मंच संभालते हुए कहा, “हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। मैं 83 साल का हूं, इतनी जल्दी नहीं मरने वाला। मैं तब तक जिंदा रहूंगा जब तक पीएम मोदी सत्ता से बाहर नहीं हो जाते।”
खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, “ये लोग कभी चुनाव कराना ही नहीं चाहते थे। अगर वो चाहते तो एक-दो साल में ही चुनाव करा सकते थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही वे चुनाव के लिए तैयार हुए। वे उपराज्यपाल के जरिए रिमोट-कंट्रोल वाली सरकार चलाना चाहते थे।”
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा, “पिछले 10 सालों में पीएम मोदी ने भारत के युवाओं को कुछ नहीं दिया। क्या आप ऐसे व्यक्ति पर विश्वास कर सकते हैं जो 10 साल में आपकी समृद्धि वापस नहीं ला सका? अगर कोई भाजपा नेता आपके सामने आए, तो उनसे पूछिए कि क्या वे समृद्धि लाए या नहीं।”
खरगे ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री यहां आकर युवाओं के भविष्य के लिए झूठे आंसू बहा रहे हैं। हकीकत यह है कि पिछले 10 सालों में इन्होंने पूरे देश के युवाओं को अंधकार में धकेला है, और इसके लिए सीधे तौर पर पीएम मोदी जिम्मेदार हैं।”