ईरान-हिजबुल्लाह के एक साथ हमले पर इजरायल की मिसाइल इंटरसेप्टर की कमी का संकट
इजरायल लंबे समय से गाजा में युद्ध में उलझा हुआ है, जबकि लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ भी उसकी लड़ाई चल रही है। इस बीच, उसे मिसाइल इंटरसेप्टर की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि अमेरिका, जो कि यूक्रेन और इजरायल दोनों को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, इस मामले में असफल हो रहा है।
ईरान ने इस महीने की शुरुआत में दागी थी मिसाइलें
हाल के दिनों में हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगातार ड्रोन और रॉकेट हमले किए हैं, और ईरान से भी तनातनी जारी है। इस स्थिति ने इजरायली सेना के सामने एक बड़ा संकट खड़ा कर दिया है, जो कि डिफेंस सिस्टम के मिसाइल इंटरसेप्टर की कमी के कारण उत्पन्न हुआ है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल को इस तरह की इंटरसेप्टर मिसाइलों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जो उसे ईरान और हिजबुल्लाह के संभावित हवाई हमलों से बचाने में मदद करती हैं।
एक्सपर्ट की चेतावनी: ईरान-हिजबुल्लाह का एक साथ हमला इजरायल की सुरक्षा को कर सकता है कमजोर
पूर्व वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी डाना स्ट्रोल ने कहा कि यदि ईरान और हिजबुल्लाह एक साथ हमला करते हैं, तो इजरायल की हवाई सुरक्षा चरमरा सकती है। उन्होंने उदाहरण दिया कि यदि ईरान का हमला होता है और इजरायल इसका जवाब देता है, लेकिन तभी हिजबुल्लाह भी इसमें शामिल हो जाता है, तो इजरायल की स्थिति और भी मुश्किल हो जाएगी।
अमेरिका से पूर्ण मदद नहीं मिल रही
स्ट्रोल ने बताया कि अमेरिका एक तरफ रूस से लड़ रहे यूक्रेन को मदद कर रहा है, और दूसरी ओर इजरायल को भी हथियार दे रहा है। ऐसे में अमेरिका के लिए दोनों देशों को समान रूप से सहायता प्रदान करना कठिन हो गया है। बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सीईओ बोअज लेवी ने बताया कि वे उत्पादन लाइनों को सक्रिय रखने के लिए ट्रिपल शिफ्ट में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ उत्पादन लाइनें सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे काम कर रही हैं, और उनका लक्ष्य सभी दायित्वों को पूरा करना है।
इजरायल की सफलताएं और डिफेंस सिस्टम
रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली सेना गाजा में हमले के बाद पिछले एक साल में तीन स्तरीय वायु रक्षा में सफल रही है। इजरायल ने ईरान और हिजबुल्लाह द्वारा लॉन्च किए गए ड्रोन और मिसाइलों को रोका है। इजरायल का आयरन डोम कम दूरी के रॉकेटों को रोकता है, जबकि डेविड स्लिंग हिजबुल्लाह के भारी रॉकेटों के खिलाफ काम करता है। इसके अलावा, इजरायल का एरो सिस्टम ईरान से लॉन्च होने वाली लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए है।