तेहरान: 1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमला किया था, जिसके बाद अब उसे इजरायल के पलटवार की चिंता है। इस स्थिति में ईरान ने इजरायल को समर्थन देने वाले देशों को सीधी चेतावनी दी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने अपने अरब और क्षेत्रीय पड़ोसियों को धमकाया है कि अगर उनके क्षेत्र या हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल ईरान पर अमेरिकी या इजरायली हमलों के लिए किया गया, तो उन्हें गंभीर जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
यह चेतावनी इस ओर इशारा करती है कि यदि ईरान-इजरायल के बीच तनाव बढ़ता है, तो खाड़ी के तेल निर्यातक देशों को भारी नुकसान हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने यह भी कहा है कि अगर इजरायल ने हमला किया, तो वह इजरायली नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करेगा, और जो अरब देश इस हमले में मदद करेंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। ईरान की इस धमकी से उन देशों में चिंता बढ़ गई है, जिनकी अर्थव्यवस्था तेल पर निर्भर है।
मिडिल ईस्ट के सहयोगी डरे
ईरान की धमकी का असर मिडिल ईस्ट के अमेरिकी सहयोगियों पर भी दिख रहा है। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट बताती है कि कई मिडिल ईस्ट के सहयोगियों ने कहा है कि वे ईरान के खिलाफ किसी भी हमले के लिए इजरायल या अमेरिका को अपने एयरस्पेस या जमीन का इस्तेमाल नहीं करने देंगे। ईरान ने 1 अक्टूबर को लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद इजरायल ने कसम खाई थी कि वह दर्दनाक जवाबी कार्रवाई करेगा। हालांकि, अमेरिका बार-बार यह कहता रहा है कि वह ईरान की न्यूक्लियर साइट और तेल भंडार पर हमला न करे।
दुनिया पर असर पड़ सकता है
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब, यूएई, और कतर सहित फारस की खाड़ी के अरब देशों ने इजरायल के किसी भी हमले के लिए अपने हवाई क्षेत्र के उपयोग से मना कर दिया है। अमेरिकी सहयोगी देशों के बीच इस बात पर चर्चा चल रही है कि ईरान की तेल फैसिलिटी पर हमला न किया जाए, क्योंकि इसके परिणामस्वरूप ईरान इजरायल के बजाय खाड़ी के देशों की तेल फैसिलिटी पर हमला कर सकता है, जो वैश्विक तेल बाजार के लिए विनाशकारी हो सकता है। फारस की खाड़ी क्षेत्र में अरब देशों के पास दुनिया के तेल बाजार का बड़ा हिस्सा है। हालांकि, 2023 में ईरान और सऊदी ने चीन की मदद से एक समझौता किया था, जिससे क्षेत्रीय तनाव कुछ कम हुआ, लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।