प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने पोलैंड को मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति दोनों देशों की प्रतिबद्धता उनके संबंधों को और मजबूत करती है।
प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा करेंगे। यह यात्रा यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर हो रही है और किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के बारे में सोशल मीडिया पर बताया कि वे इस दौरे के दौरान यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर चर्चा करेंगे।
कीव में प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात के दौरान राजनीतिक, व्यापारिक, आर्थिक, निवेश, शिक्षा, सांस्कृतिक और मानवीय सहायता जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत ने हमेशा रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन किया है, और इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहराई मिलने की उम्मीद है।