नागपुर के महाल में हिंसा: क्या है पूरा मामला?
दो गुटों के बीच झड़प, पत्थरबाजी और आगजनी
नागपुर के महाल इलाके में 17 मार्च की रात को दो गुटों के बीच तनाव बढ़ गया, जिससे पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। हालात बिगड़ने के बाद पुलिस ने इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। पुलिस के अनुसार, घटना के दौरान कुछ लोग घायल हुए, जिनमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। हालांकि, घायलों की सटीक संख्या की अभी पुष्टि नहीं की गई है।
प्रशासन की सख्ती, धारा 144 लागू
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि एक फोटो जलाए जाने के बाद विवाद शुरू हुआ था, जिसके बाद लोगों ने विरोध किया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है, ताकि कोई भी अनावश्यक रूप से बाहर न निकले और कानून व्यवस्था बनी रहे।
अफवाहों से बचें, शांति बनाए रखें
पुलिस उपायुक्त (DCP) अर्चित चंदक ने बताया कि यह घटना कुछ गलतफहमियों के कारण हुई। उन्होंने अपील की कि लोग घरों से बाहर न निकलें और किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और फायर ब्रिगेड को भी बुलाना पड़ा। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
सरकार की कड़ी चेतावनी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नागपुर हमेशा से एक शांतिप्रिय शहर रहा है और इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जो भी लोग इस हिंसा में शामिल थे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
नितिन गडकरी की अपील
केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि शहर में फैली अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।
हिंसा भड़काने वालों पर कार्रवाई की मांग
विधायक प्रवीण दात्के ने कहा कि बाहरी तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश की, जिससे तनाव बढ़ गया। वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि कुछ लोग समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए।
पुलिस का बड़ा एक्शन
फिलहाल पुलिस लगातार जांच में जुटी है और घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।