लोकसभा चुनाव में अयोध्या की हार को लेकर बीजेपी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था और इस हार पर कई मीम्स भी बने थे। इस बार बीजेपी की योजना है कि अयोध्या की हार का प्रतिशोध लिया जाए और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। योगी आदित्यनाथ ने तय किया है कि वे खुद मिल्कीपुर में बीजेपी की जीत सुनिश्चित करेंगे ताकि अयोध्या की हार का बदला लिया जा सके।
इसके अलावा, कानपुर की सीसामऊ सीट पर भी उपचुनाव होगा क्योंकि विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाई गई है। अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर भी उपचुनाव है, जहां सीएम योगी का मुकाबला सपा के शिवपाल सिंह यादव से होगा। इन दोनों सीटों पर जीत बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा के लिए महत्वपूर्ण होगी।
मायावती ने भी इन उपचुनावों में अपनी ताकत झोंक दी है और अपने उम्मीदवार उतारे हैं। फूलपुर सीट, जहां उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की निगरानी में चुनाव होगा, पर भी सबकी निगाहें हैं। इस प्रकार, ये उपचुनाव बीजेपी और सपा दोनों के लिए बड़ी परीक्षा साबित होंगे और इससे यह भी तय होगा कि उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन का प्रभाव कितना मजबूत है।