दूर्वा की घास के स्वास्थ्य लाभ
दूर्वा की घास आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन, फास्फोरस, और विटामिन-ए जैसे पोषक तत्व होते हैं। साथ ही, इसमें सोडियम, मैग्नीशियम, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-सेप्टिक गुण भी मौजूद होते हैं। इन सभी गुणों के कारण, दूर्वा की घास शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है।
दूर्वा की घास के फायदे
- इम्यूनिटी: बारिश के मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होना आम बात है। ऐसे में दूर्वा की घास आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद कर सकती है। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण शरीर को संक्रमण से बचाते हैं।
- डायबिटीज: यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो दूर्वा की घास ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक हो सकती है। इसके लिए सुबह खाली पेट दूर्वा की घास का जूस और नीम के पत्तों का जूस मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।
- कब्ज: पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान लोग दूर्वा की घास का रस पी सकते हैं। यह पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
- तनाव दूर करें: दूर्वा की घास दिमाग की नसों को शांत करती है और इसके एंजाइम्स मानसिक तनाव, स्ट्रेस, और अवसाद को कम करने में सहायक होते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
दूर्वा की घास का सेवन कैसे करें?
दूर्वा की घास का सेवन करने के लिए, सबसे पहले ताजा घासों को तोड़कर लाएं। फिर इन्हें पानी से 2-3 बार अच्छे से धोकर साफ करें। अब इन घासों का रस निकालकर पी सकते हैं। आप चाहें तो इन घासों को सूखा कर पाउडर बना सकते हैं और 1 चम्मच शहद के साथ खा सकते हैं।
यह घास आपको पार्क या किसी नर्सरी में आसानी से मिल जाएगी। इन औषधीय गुणों के साथ, दूर्वा की घास आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।