आजकल तेज़ी से भागती दुनिया के साथ कदम मिलाने के लिए 10-12 घंटे लगातार काम करना आम हो गया है। बड़ी कंपनियों के मालिक भी देश की प्रगति के लिए हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह देते हैं। प्रमोशन, ज्यादा सैलरी और सोशल मीडिया की चकाचौंध में शामिल होने के लिए हम सभी अपनी सेहत की परवाह किए बिना इस दौड़ का हिस्सा बनते जा रहे हैं। हालांकि, लगातार काम करने से आपके लक्ष्य तो पूरे हो सकते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि इसका आपकी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है? जब आप लगातार कई घंटे काम करते हैं, तो स्वाभाविक है कि आपको सीट से उठने का समय भी कम मिलता है, जिससे तनाव बढ़ता है और नींद पूरी न होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। यही नहीं, इसका असर आपके दिल पर भी गंभीर रूप से पड़ सकता है। जी हां, हफ्ते में 70 घंटे काम करना हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों के पीछे यह एक बड़ा कारण हो सकता है, जिस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। आइए जानें, कैसे लंबे समय तक काम करना आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है।
ओवरवर्किंग कैसे दिल को नुकसान पहुंचाती है?
शारीरिक गतिविधियों की कमी: घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से हमारी शारीरिक गतिविधियां लगभग नगण्य हो जाती हैं। यह दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण है। एक्सरसाइज की कमी से वजन और कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जो हार्ट अटैक का खतरा पैदा करता है। साथ ही, इस वजह से ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
*तनाव: जरूरत से ज्यादा काम करने से तनाव बढ़ता है, जो दिल पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देता है। तनाव की वजह से एड्रेनलिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे आर्टरीज सिकुड़ जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
*बिंज ईटिंग: अधिक काम के चलते हम अक्सर घर का खाना बनाने के बजाय बाहर से प्रोसेस्ड या जंक फूड मंगवाना पसंद करते हैं, जो आसानी से उपलब्ध होता है। इन अनहेल्दी आदतों के कारण दिल को नुकसान पहुंचता है। इसका नतीजा कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने और आर्टरीज के ब्लॉक होने के रूप में सामने आता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
*नींद की कमी: ओवरवर्क के कारण नींद की कमी आम समस्या है। नींद पूरी न होने से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे इंफ्लेमेशन बढ़ने लगता है और यह हार्ट अटैक का प्रमुख कारण बन सकता है।
रिलैक्स न कर पाना: अत्यधिक काम करने से हमें अपनी पसंदीदा गतिविधियों का आनंद लेने या परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिलता है। इससे मानसिक तनाव बढ़ता है, जिसका असर दिल पर भी पड़ता है। अगर आपको पहले से ही डायबिटीज, हाई बीपी या मोटापे जैसी समस्याएं हैं, तो यह खतरा और भी बढ़ जाता है।