पकडे गये आरोपियों में गौरी शंकर सोनी, पिता सुनील सोनी, उम्र 19 वर्ष, निवासी वार्ड नं. 35, शुभम पैलेस के सामने, शहडोल
थाना कोतवाली, कृष्णा गुप्ता, पिता संगम गुप्ता, उम्र 22 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 23, बरौवी होटल के पास, शहडोल तथा शानू खान उर्फ सहनवाज खान, पिता अमीनयार खान, उम्र 19 वर्ष, निवासी वार्ड नं. 29, सरई घाट, पुरानी बस्ती, शहडोल थाना कोतवाली, शहडोल शामिल हैं। आरोपियों के पास से मोबाइल कीमत लगभग 17 हजार रुपये एवं स्मार्ट वॉच कीमत करीब 1500 रुपये समेत कुल कीमत 18 हजार 5 सौ रुपये का लूट का सामान बरामद किया गया है ।
मामले के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के पचगांव निवासी गगन प्रजापति पिता रामाधार (23) को भोपाल जाना था, वह अपने छोटे भाई के साथ रेलवे अंडर ब्रिज तक मोटरसाइकिल से आया और भाई को वही से घर वापस कर दिया। क्यों की रात का समय था। इसके बाद गगन अकेले रेलवे स्टेशन की ओर जाने लगा, जब वह रेलवे सब्जी मंडी के पास पहुंचा तो सामने से तीन लोग आए और उसे जबरन रोक लिया। इसके बाद आरोपियों ने युवक से पैसे की मांग की लेकिन युवक ने पैसे नहीं होने की बात कही । जब युवक ने आरोपियों को पैसे देने से मना कर दिया, तो आरोपियों ने युवक के साथ मारपीट शुरू कर दी । इसके बाद युवक का मोबाइल एवं स्मार्ट वॉच छीनकर भाग गए।
कोतवाली पहुंच पुलिस को दी जानकारी
घटना के बाद फरियादी युवक ने मामले की जानकारी कोतवाली पहुंच पुलिस को दी, कोतवाली पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी मिली तोपुलिस ने तत्काल गंभीरता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर संदेही आरोपियों की तलाश की । युवक ने बताया था की घटना करने वाले तीन युवक थे,फरियादी युवक के बताए अनुसार कोतवाली पुलिस ने कुछ संदेहियो को हिरासत में लिया और फरियादी युवक से आरोपियों की पहचान करवाई तो लूट की घटना को अनजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और लूटे हुई मोबाइल एवं स्मार्ट वॉच को आरोपियों के कब्जे से जप्त कर लिया है।
कोतवाली थाना प्रभारी रावेद्र तिवारी ने बताया कि बीती रात अमरकंटक ट्रेन से भोपाल जाने के लिए के युवक स्टेशन जा रहा था, तभी उसके साथ तीन लोगों ने मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था, हमें जब जानकारी लगी तो हमने तत्काल कुछ युवकों को हिरासत में लिया जिसमे तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटे हुए सामग्री को बरामद कर आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है। इस प्रकार पुलिस की सक्रियता के कारण तीनो आरोपी चंद घंटे में ही पकड लिए गये । उक्त संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक राघवेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक विश्वनाथ तिवारी, रामराज पाण्डेय, कन्हैया लाल, सुरेश कुमार, प्रधान आरक्षक उमेश तिवारी, गिरीश मिश्रा तथा आरक्षक निर्मल मिश्रा
एवं धर्मेन्द्र नार्वे की सराहनीय भूमिका रही।