मां और भाइयों के हत्यारे को 49 साल की सजा
ब्रिटेन में किशोर को मिली लंबी सजा
ब्रिटेन में अपनी मां और दो भाइयों की हत्या करने वाले एक किशोर को 49 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। वह एक हाई प्रोफाइल स्कूल में गोलीबारी करने की योजना बना रहा था। ल्यूटन क्राउन कोर्ट ने बुधवार को यह सजा सुनाई। जज बाबी चीमा-ग्रब ने कहा कि वह आरोपी को ताउम्र जेल भेजना चाहती थीं, लेकिन उसकी उम्र को देखते हुए ऐसा नहीं किया गया।
18 साल की उम्र में किया था जघन्य अपराध
घटना के समय आरोपी निकोलस प्रोस्पर की उम्र 18 साल थी। उसने 13 सितंबर को ल्यूटन स्थित अपने अपार्टमेंट में अपनी 48 वर्षीय मां जुलियाना फाल्कन, 13 वर्षीय बहन गिजेल प्रोस्पर और 16 वर्षीय भाई काइल प्रोस्पर की बेरहमी से हत्या कर दी थी। बाद में उसने अदालत में अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
नरसंहार की थी खतरनाक योजना
न्यायाधीश ने कहा कि निकोलस प्रोस्पर का इरादा अमेरिका के सैंडी हुक (2012) और वर्जीनिया टेक (2007) स्कूल में हुए नरसंहार जैसी वारदात को अंजाम देने का था। वह इन घटनाओं से भी बड़े हमले की योजना बना रहा था।
अपराध स्वीकारने के बाद सुनाई गई सजा
पिछले महीने हुई सुनवाई में आरोपी ने अपने अपराध को कबूल कर लिया था। कोर्ट ने इसे बेहद गंभीर अपराध मानते हुए 49 साल की कठोर सजा सुनाई। हालांकि, जज ने यह भी स्पष्ट किया कि उम्र को ध्यान में रखते हुए उसे उम्रकैद नहीं दी गई।
समाज के लिए बड़ा खतरा
अदालत ने इस मामले को बेहद संवेदनशील और समाज के लिए गंभीर खतरा करार दिया। न्यायाधीश ने कहा कि आरोपी के इरादे खतरनाक थे और उसने निर्दयता से अपने ही परिवार को मौत के घाट उतार दिया। इस फैसले के बाद ब्रिटेन में अपराध और किशोर अपराधियों को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है।