IPL 2025 के दौरान आर अश्विन को मिला पद्मश्री सम्मान
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज आर अश्विन के लिए 28 अप्रैल का दिन बेहद खास बन गया। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। अब उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्मश्री से नवाजा गया है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया।
खास लिस्ट में शामिल हुए आर अश्विन
पद्मश्री सम्मान पाकर आर अश्विन अब उन चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है। वह यह पुरस्कार हासिल करने वाले 40वें भारतीय क्रिकेटर बने। इससे पहले सचिन तेंदुलकर, जहीर खान और गौतम गंभीर जैसे दिग्गजों को भी यह सम्मान मिल चुका है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नामी हस्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को और खास बना दिया। साथ ही हॉकी के स्टार खिलाड़ी आर श्रीजेश को भी इस अवसर पर पद्म पुरस्कार से नवाजा गया।
इंटरनेशनल क्रिकेट को कह चुके हैं अलविदा
आर अश्विन ने अपने करियर में भारतीय टीम के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए हैं। वह भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में गिने जाते हैं। पिछले साल उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। उनके संन्यास ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक भावनात्मक लहर दौड़ा दी थी, लेकिन आज भी उनका योगदान खेल जगत में सराहा जाता है।
आईपीएल में जारी है खेल का सिलसिला
इंटरनेशनल करियर से संन्यास लेने के बावजूद आर अश्विन का क्रिकेट के प्रति जुनून कम नहीं हुआ है। वर्तमान में वह इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की ओर से खेल रहे हैं। इस सीजन में अब तक उन्होंने 7 मैचों में 5 विकेट अपने नाम किए हैं। हालांकि, आईपीएल 2025 में उनका प्रदर्शन अपेक्षानुरूप प्रभावी नहीं रहा है और वह सीएसके के लिए कोई बड़ी छाप छोड़ने में सफल नहीं हो पाए हैं। इसके बावजूद उनका अनुभव टीम के लिए अमूल्य साबित हो रहा है।
सम्मान से बढ़ा गौरव
आर अश्विन को मिला पद्मश्री सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत करियर की एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के प्रति उनके योगदान को भी सलाम है। उनके खेल के प्रति समर्पण और उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी।