रायपुर मौसम केंद्र ने छत्तीसगढ़ के 6 जिलों—बालोद, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर—में रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने का भी अलर्ट है। मौसम विभाग ने यहां के निवासियों को घरों में रहने की सलाह दी है।
छत्तीसगढ़ के जिलों में अलर्ट: राजनांदगांव, महासमुंद, कोंडागांव, बस्तर और दंतेवाड़ा में ऑरेंज अलर्ट, बाकी जिलों में येलो अलर्ट : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, महासमुंद, कोंडागांव, बस्तर और दंतेवाड़ा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां भारी बारिश की संभावना है। प्रदेश के अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
छत्तीसगढ़ में अब तक बारिश: 1 जून 2024 से 9 सितंबर तक 1054.5 मिमी औसत बारिश :छत्तीसगढ़ में 1 जून 2024 से 9 सितंबर तक कुल 1054.5 मिलीमीटर औसत बारिश हुई है। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 2198.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि बलरामपुर में 1367 मिलीमीटर बारिश हुई है। बस्तर संभाग के सभी जिलों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे सुकमा में शबरी नदी उफान पर है। छिंदगढ़ विकासखंड के चितलनार में बाढ़ के कारण 20 से 25 घर ढह गए हैं। प्रभावित लोगों को स्कूल और पंचायत भवनों में सुरक्षित किया गया है।
नारायणपुर में 2 दिन की बारिश से माढ़ीन नदी का जल स्तर बढ़ा: पुल और पुलिया में पानी का बहाव: नारायणपुर में दो दिन की बारिश के बाद माढ़ीन नदी का जल स्तर बढ़ गया है। इसके चलते अबुझमाड़ ओरछा और छोटेडोंगर को जोड़ने वाले पुल के लगभग 10 फीट ऊपर पानी बह रहा है। ओरछा ब्लाक के कोहकामेटा से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली कोहकामेटा पुलिया का एक छोर पानी के बहाव में बह गया है। कोंडागांव मार्ग पर छेरीबेड़ा के पास भी रपटा में पानी भर गया है, जिससे इन क्षेत्रों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बारिश के कारण जिले के चारों ब्लॉक में नदी और नाले उफान पर हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन और यातायात विभाग बाढ़ राहत सेवाएं पहुंचा रहे हैं। प्रभावित लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है।