कियोस्क बैंक एवं बंटी बिजनेस ट्रेडिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड एवं बीबीजी (बंटी बिजनेस ग्रुप ) नामक फर्म की आड़ में लाखों नहीं बल्कि करोड़ों रुपयों के ठगी किए जाने का मामला सामने आया है । नगर के करीब तीन दर्जन से अधिक पीड़ितों ने थाने में इस सम्बन्ध में लिखित शिकायत दर्ज कराई है ,जिसमे मृतक कियोस्क संचालक समेत उसके परिवार के अन्य सदस्यों पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगाया गया है । जिसकी जांच पड़ताल पुलिस ने शुरू कर दी है ।
शिकायत कर्ताओं गुलाम हुसैन ,अनिल कुमार मिश्रा ,रोहित कोल ,विमल कुमार कचेर ,गोविन्द साहू तथा सैफ अली आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि धनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराने पुलिस चौकी के पीछे रहने वाले अजय सिंह रघुवंशी उर्फ़ बंटी पिता स्व. पूरन सिंह रघुवंशी 45 वर्ष द्वारा मोहल्ले में एयरटेल टावर के पास बैंक ऑफ़ बडौदा एवं भारतीय स्टेट बैंक के कियोस्क का संचालन किया जाता था । जिसमे उसका छोटा भाई एवं बहन भी कियोस्क संचालन में साथ रहते थे। हम पीड़ितों ने अपनी जमा पूँजी मृतक व उसके भाई बहन के माध्यम से कियोस्क बैंक में जमा कराई थी । जो कि करीब 5 करोड़ रुपए से अधिक है । इस बीच बीते 8 अप्रैल को अचानक अजय सिंह रघुवंशी उर्फ़ बंटी के द्वारा फांसी लगाकर आत्म ह्त्या कर ली गयी । जिसके बाद से हम लोग अपनी जमा पूँजी वापस लेने के लिए भटक रहें हैं ।
परिजन हमे ही दे रहें धमकी
पीड़ित उपभोक्ताओं ने आरोपित किया है कि काफी दिन गुजरने के बाद हम लोग मृतक के घर गये और परिजनों से अपने रुपयों के बारे में बताते हुए उसे लौटाए जाने की बात कही। जिस पर परिवार के लोगों द्वारा हम पीड़ितों के रुपए तो नहीं लौटाए गये उलटे हमे ही धमकिया दी जाने लगी । पीडितो का आरोप है कि मृतक की बहन ,जो कि कियोस्क बैंक के संचालन में शामिल थी ,वह हमे यह धमकी देती है कि अगर हमसे रुपए की बात करोगे तो हम लोग फांसी लगाकर तुम सबको फंसा देंगे । जिससे हम लोग और अधिक मानसिक रूप से परेशान है ।
भाई व बहन भी फर्म में हैं पदाधिकारी
शिकायत में आरोपित किया गया है कि भली ही इन फर्मो के एक सदस्य बंटी ने बीते दिनों फांसी लगाकर आत्म ह्त्या कर ली है लेकिन ठगी के इस कारोबार में उसके भाई व बहन समेत परिवार के अन्य सदस्य भी बराबर के सहयोगी हैं। मृतक अजय सिंह रघुवंशी उर्फ़ बंटी पिता स्व. पूरन सिंह रघुवंशी 45 वर्ष के पार्टनर राघवेन्द्र सिंह , अभिषेक सिंह परिहार व गोली उर्फ़ नीतू सिंह (मृतक की बहन ), कुसुम लता सिंह ,राजन सिंह भी इस कारोबार में बराबर के सहयोगी है । यह लोग उक्त फर्म के पदाधिकारी भी है । उनकी फर्म की वेबसाइड में बाकायदा इनके नाम व पद का उल्लेख भी है । इनके खातों में भी हम शिकायतकर्ताओं के पैसे लिए गये हैं ।
थाने में की गयी शिकायत
जब मृतक के परिजनों द्वारा पीड़ित उपभोक्ताओं को कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया एवं उलटे धमकी दी जाने लगी तो पीड़ितों द्वारा थाना जाकर इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई गयी । जिसमे करीब दो दर्जन से अधिक लोग शामिल है ,जिनके करीब 5 करोड़ रुपए से अधिक राशि की ठगी का आरोप उक्त कियोस्क के संचालकों के आरोप लगाया गया है । लोगों का आरोप है कि उक्त कियोस्क से जुड़े मृतक तथा उसके संचालन में शामिल मृतक के भाई व बहन के द्वारा हमारे रुपए लेकर कहा गया था कि वह सब सुरक्षित रूप में निवेश है ,जब भी आपको पैसों की जरूरत पड़े आप आकर अपने रुपए निकलवा सकतें हैं । लेकिन अब हमे अपने रुपयों के लिए भटकना पड़ रहा है । कुछ कालरी कर्मचारियों ने तो रिटायरमेंट के बाद अपने जीवन भर की कमाई वहाँ जमा करवा दी थी । जिसकी एक पाई भी अब उन्हें नहीं मिल पा रही है ।
किसने कितना जमा कराया था पैसा
करोड़ों के इस रैकेट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें एक व्यक्ति के द्वारा ही अकेले अपनी सम्पूर्ण सेवा के बाद मिली जमा पूँजी एक करोड़ से अधिक जमा कराई गयी थी । इसी तरह 70 लाख से लेकर दो लाख तक के कई पीड़ित है । जो अब अपनी ख़ून पसीना की कमाई पाने के लिए भटक रहें हैं ।
इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी खेम सिंह पेन्द्रो से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच कराई जा रही है । कियोस्क बैंक की डिटेल एवं आवेदकों का बैंक स्टेटमेंट समेत अन्य दस्तावेज प्राप्त होने के बाद आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी ।