काफी समय से अस्पताल में आने वाले अधिकाँश मरीजो को इसी तरह परेशान कर चिकित्सको द्वारा इलाज करने के नाम पर अस्पताल की आड़ में आर्थिक लाभ कमाया जा रहा है । अगर कोई मरीज गलती से चिकित्सक द्वारा सेट की गयी पैथोलाजी से टेस्ट नहीं कराता है और वह किसी अन्य पैथोलाजी से टेस्ट कराकर रिपोर्ट लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी जाता है तो उसका इलाज करने से मना कर दिया जाता है । इतना ही नहीं चिकित्सको की हिमाकत इस कदर बढ़ गयी है कि वह दूसरे पैथोलाजी से मशीन से जारी रीडिंग रिपोर्ट को गलत बताते हुए उसे क्रास कर मरीज को अस्पताल से बिना इलाज व दवाईंयां लिखे ही भगा देतें हैं । चिकित्सक के इस दुर्व्यवार का शिकार हुए एक मरीज के परिजनों द्वारा इसकी लिखित शिकायत करने की बात कही जा रही है ।
रिपोर्ट क्रासकर अस्पताल से लौटाया
जानकारी के अनुसार बीते दिवस मुसैब पिता मुस्तकीम 10 वर्ष निवासी धनपुरी को बुखार जैसा महसूस होने पर परिजन उसे लेकर इलाज कराने सामुदायिक स्वाश्थ्य केंद्र धनपुरी पहुँचे । जहा सबसे पहले परिजनों द्वारा ओपीडी पर्ची कटाई गयी । जिसका नम्बर 15635 है । जिसके बाद परिजन अस्पताल में मौजूद चिकित्सक के पास मरीज को लेकर गये । परिजनों के अनुसार उक्त चिकित्सक का नाम अस्पताल कर्मियों द्वारा उत्कृष्ट द्विवेदी बताया गया ।
उन्होंने मरीज को देखा और कुछ टेस्ट अपनी चिन्हित पैथोलाजी से कराकर लाने की बात कही । लेकिन परिजन उक्त लैब न जाकर किसी अन्य पैथोलाजी से टेस्ट कराकर रिपोर्ट लेकर अगले दिवस उसी चिकित्सक के पास पहुँचे । जैसे ही चिकित्सक की नजर दूसरे लैब की रिपोर्ट पर पड़ी तो वह आग बबूला हो उठे । जिसके बाद मरीज के परिजनों को फटकार लगाते हुए कहा कि जहां से (जीवन ज्योति पैथोलोजी ) मैंने टेस्ट कराने को कहा था ,वहाँ से क्यों नहीं कराया ।
इतना कहते हुए दूसरे पैथोलाजी की रिपोर्ट को अमान्य करते हुए उसे क्रास कर परिजनों को अस्पताल से भगा दिया । मरीज के परिजन गिडगिडाते रहे कि डाक्टर साहब हम लोग समझ नहीं पाए थे कि आपने कहां से टेस्ट कराने के लिए कहा है ,इसलिए कृपया इसी टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर दवाइंया लिख दीजिए । लेकिन कमीशन के चक्कर में चिकित्सक ने दवाई लिखने से मना कर मरीज को उल्टे पाँव लौटा दिया ।
जैतपुर में है पदस्थापना ,यहाँ अटैचमेंट
जानकारी के अनुसार वर्तमान समय जो संविदा चिकित्सक उत्कृष्ट द्विवेदी धनपुरी में पदस्थ हैं ,उनकी मूल पदस्थापना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतपुर में है ,लेकिन वरिष्ठ कार्यालय से सेटिंग करके उन्होंने अपनी पस्थापना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में अपने को अटैच करवा लिया । लगभग ढाई वर्ष से भी अधिक समय से वह यहाँ अटैच है । अब कोयलांचल वासियों को समझ आ रहा है कि आखिर उन्होंने जैतपुर से अपना अटैचमेंट धनपुरी अस्पताल में क्यों कराया था ।
वहीँ सवाल यह भी उठ रहा है कि जैतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से आसपास के दर्जनों गाँव जुड़े हुए हैं । जहां के मरीजो के हजारो मरीज उपचार के लिए वहां पहुँचते है,ऐसी स्थिति में उक्त चिकित्सक को वहां से धनपुरी में अटैच क्यों किया गया है । जबकि धनपुरी अस्पताल में वर्तमान समय डाक्टर द्विवेदी के अलावा कई अन्य चिकित्सक पदस्थ हैं । मरीजो को ऐसा आभाष होने लगा है कि शायद सेटिंग के लैब से टेस्ट व् चिन्हित मेडिकल स्टोर से दवाइंया मंगाकर कमीशन के चक्कर में डाक्टर द्विवेदी यहाँ जमे रहना चाहते हैं ।
अस्पताल का घेराव करेगी कांग्रेस
मंडलम कांग्रेस धनपुरी के अध्यक्ष मोहम्मद साबिर ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सक के मरीजो के प्रति रवय्ये व कमीशन के चक्कर में अनावश्यक मरीजो पर दबाव डालने समेत अस्पताल में व्याप्त अन्य अनिमित्ताओ को लेकर कांग्रेस कल 16 अक्टूबर को नगर से रैली निकालकर अस्पताल पहुंचेंगे । इसके लिए पूर्व में चेतावनी भी दी जा चुकी थी । कांग्रेसजनो का कहना है कि इलाज के नाम पर न केवल मरीजो को अस्पताल के कुछ चिकित्सक परेशान कर रहें है बल्कि सेटिंग के लैब व दुकान से महंगे टेस्ट व दवाइंया लिख रहे है ,ताकि उन्हें कमीशन के रूप में मोटी रकम मिल सके । उक्त आन्दोलन जिला कांग्रेस के निर्देशन व ब्लाक कांग्रेस के मार्गदर्शन में किया जाएगा ।
लेकिन कोयलांचल की जनता के साथ किए जा रहे इस कृत्य को कांग्रेसजन कतई बर्दास्त नहीं करेंगे । इसे लेकर विशाल जन आन्दोलन अस्पताल के सामने 16 अक्टूबर को किया जाएगा । साथ ही मरीजो को लूटने वाले चिकित्सक के नियम विरुद्ध अटैचमेंट को तुरंत रद्द करने की मांग की जाएगी । अगर जनहित में हमारी मांगो को दरकिनार किया गया तो मांग पूरी होने तक अस्पताल परिसर के सामने आमरण अनशन किया जाएगा ।
निजी पैथोलोजिस्ट का अस्पताल में डेरा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में वर्तमान समय अव्यवस्था का आलम यह हो चुका है कि वहाँ पदस्थ चिकित्सको ने एक निजी लैब के पैथोलोजिस्ट को अस्पताल में डेरा डालने की खुली छूट कमीशन के चक्कर में दे रखी है । जो अस्पताल खुलने से लेकर बंद होने तक अस्पताल परिसर में ही मंडराता रहता है । जैसे ही कोई मरीज अस्पताल में आता है तो जरूरत हो अथवा नहीं उसे कई सारे टेस्ट इसी तथा कथित पैथोलोजिस्ट के यहाँ से कराने के लिए कहा जाता है । जिसके बाद मामूली सर्दी खांसी के इलाज के नाम पर हजारो रुपए का टेस्ट कराकर पैथोलोजिस्ट से मोटा कमीशन ले लिया जाता है । यह सब कुछ एक लम्बे समय से सरकारी अस्पताल में चल रहा है ।
इस सम्बन्ध में खंड चिकित्सा अधिकारी बुढ़ार आर के वर्मा से जब बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल काफी देर तक कवरेज एरिया से बाहर बताता रहा । वहीँ इस सम्बन्ध में धनपुरी अस्पताल के प्रभारी डाक्टर सचिन कर्खुर से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है ।