जिसके बाद सड़क में उतरकर भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया । इस प्रदर्शन को देख जहां विपक्ष के नेता कांग्रेसियों पर ताने मारते नजर आए वहीँ दूसरी और लोगों ने भी दबी जुबां से कहने में गुरेज नहीं किया कि जिनके पार्षदों ने नगर में नहीं बनने दी कांग्रेस की सरकार ,उनके नेता अब कह रहे की नगर पालिका में हो रहा भ्रष्टाचार ।
हालाकि आमजन के बीच आज हुई चर्चा में यही बात सुनने को मिली कि लोभी पार्षदों की वजह से आज कांग्रेसियों को प्रदर्शन करना पड़ रहा है । जिनके नजरों में अपनी पार्टी की नगर में सरकार बनाने से ज्यादा अहमियत हरी हरी नोटों की गड्डियां थी । अगर वह पार्षद उस वक्त अपनी कीमत न लगाते तो शायद युवक कांग्रेस और वरिष्ठ कांग्रेसजन को इस तरह सड़क में उतरकर नगरपालिका के खिलाफ आज हल्ला नहीं बोलना पड़ता ।
आज प्रदर्शन के दौरान नपा परिषद् के ऊपर भ्रष्टाचार को बढाव देने , नगर के विभिन्न वार्डो में गुवात्ताहीन कार्य कराए जाने समेत करोड़ों की लागत से नपा द्वारा बनवाए जा रहे उस स्टाप डैम की भी चर्चा रही ,जो एक ही बारिश में धराशायी हो गया । इस मामले की शिकायत होने के बाद संभागायुक्त द्वारा इसकी जांच संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन शहडोल संभाग से कराई गयी थी ।
जिसमे मुख्य नपाधिकारी प्रभात बरकड़े व उपयंत्री ब्रिजेश पाण्डेय दोषी पाए गये हैं लेकिन आज दिनांक तक दोनों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है । जबकि जांच हुए महीनो गुजर चुके हैं । इस बीच उपयंत्री पाण्डेय का धनपुरी से अनूपपुर तबादला कर दिया गया है । बहरहाल आज कांग्रेसियों के नगर पालिका के खिलाफ प्रदर्शन के बाद बिकाऊ पार्षदों का मामला चर्चा में आ गया । लेकिन आज के प्रदर्शन में जुटी भीड़ को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भले ही चंद गिने चुने कांग्रेसी पार्षद किसी मोह माया में आकर नगर में अपनी सरकार बनाने में बाधक बन गये लेकिन भविष्य में आज के इस प्रदर्शन का असर जरुर दिखाई देगा ।