लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अभिनव अरोड़ा को दी जान से मारने की धमकी
अभिनव अरोड़ा, जो एक प्रसिद्ध spiritual प्रवक्ता और ‘बाल संत’ के नाम से जाने जाते हैं, को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है। उनकी मां, ज्योति अरोड़ा ने इस मामले में चिंता व्यक्त की है, यह कहते हुए कि उनके बेटे ने ऐसा कुछ नहीं किया कि उसे इस तरह की धमकी मिले। यह घटना न केवल उनके परिवार के लिए चिंता का विषय है, बल्कि समाज में सुरक्षा के प्रति भी सवाल उठाती है।
धमकी की जानकारी
अभिनव अरोड़ा की मां ज्योति ने एक बातचीत में बताया कि उन्हें और उनके बेटे को धमकियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उन्हें एक कॉल आई थी, जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि अभिनव को जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद रात को एक और कॉल आई, लेकिन वे उसे उठाने में असमर्थ रहीं। जिस नंबर से यह कॉल आई थी, उसी नंबर से उन्हें एक मैसेज भी मिला, जिसमें उन्हें और उनके परिवार को खत्म करने की धमकी दी गई थी। ज्योति अरोड़ा ने कहा, “हमारे घर के बाहर अराजकता है। हमें कब तक यह सब सहना होगा?”
आध्यात्मिक संदेश देने वाले बच्चे
अभिनव अरोड़ा दिल्ली के निवासी हैं और तीन साल की उम्र से ही वे spiritual संदेश दे रहे हैं। उनका YouTube चैनल भी है, जो काफी लोकप्रिय है। पिछले कुछ समय से, वे स्वामी रामभद्राचार्य के साथ एक घटना के कारण चर्चा में हैं, जब स्वामी जी ने उन्हें मंच से नीचे उतार दिया था। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इसके बाद से अभिनव ट्रोल्स के निशाने पर आ गए।
स्वामी रामभद्राचार्य की डांट का मामला
ज्योति अरोड़ा ने इस विवाद पर कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य के द्वारा अभिनव को डांटने का मुद्दा उतना बड़ा नहीं है, जितना इसे प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह वीडियो 2023 का है और वृंदावन में हुई एक religious सभा का है। अभिनव भक्ति में इतने लीन थे कि वे मंच पर चुप रहने का ध्यान नहीं रख पाए और जप करना शुरू कर दिया। इसके बाद स्वामी रामभद्राचार्य जी ने उन्हें डांटा, लेकिन बाद में उन्हें आशीर्वाद भी दिया।
समाज में बढ़ती असुरक्षा
यह मामला न केवल अभिनव और उनके परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक है। आध्यात्मिक प्रवक्ताओं और धार्मिक नेताओं को इस प्रकार की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, जो एक गंभीर मुद्दा है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी ने सुरक्षा की चिंता को और बढ़ा दिया है। ज्योति अरोड़ा ने कहा कि यह घटना एक ऐसे माहौल को दर्शाती है जिसमें न केवल उनके परिवार बल्कि अन्य लोगों के लिए भी खतरा है।
सोशल मीडिया का प्रभाव
अभिनव अरोड़ा की लोकप्रियता और उनके आध्यात्मिक प्रवचन ने उन्हें एक सार्वजनिक चेहरा बना दिया है, और इस प्रकार की धमकियां उनके काम को प्रभावित कर सकती हैं। सोशल मीडिया पर उनके प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया भी आई है, जिसमें लोग उनकी डांट को अधिक महत्व दे रहे हैं, बजाय उस आशीर्वाद के जो स्वामी रामभद्राचार्य ने उन्हें दिया था।
परिवार का समर्थन
अभिनव के परिवार ने इस कठिन समय में एकजुटता दिखाई है। उनकी मां ने कहा कि वे इस स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं और किसी भी तरह की धमकी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “हम अपने बेटे के साथ हैं और किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।”
सच्चाई का सामना
अभिनव अरोड़ा ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वे उन धमकियों से डरते नहीं हैं और अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखेंगे। उनका मानना है कि इस प्रकार की धमकियों का सामना करने से वे और मजबूत बनेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने अनुयायियों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और समाज के उत्थान के लिए काम करते रहेंगे।
“खबरीलाल न्यूज़ में यह भी पढ़ें”बढ़ते साइबर स्कैम के चलते चेतावनी
निष्कर्ष
अभिनव अरोड़ा को मिल रही जान से मारने की धमकी ने समाज में असुरक्षा की एक नई तस्वीर पेश की है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम वास्तव में एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज में रह रहे हैं? हमें इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे धमकियों का सामना करने वाले लोगों को सुरक्षा और समर्थन प्रदान किया जा सके। अभिनव अरोड़ा की स्थिति को देखकर यह स्पष्ट होता है कि आध्यात्मिकता और भक्ति का संदेश फैलाने वाले लोगों को भी असुरक्षा का सामना करना पड़ सकता है, और यह हमारे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
अंत में
अभिनव अरोड़ा की कहानी केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि हमारे समाज की एक व्यापक तस्वीर है। यह दर्शाता है कि कैसे आध्यात्मिकता के क्षेत्र में भी खतरे हो सकते हैं। हमें एकजुट होकर इस तरह की घटनाओं का सामना करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि हमारे समाज में सभी के लिए सुरक्षा और सम्मान हो।