जिसके बाद चंद घंटे के भीतर यह कार्यवाही कार्यवाही का आदेश जारी किया गया | अब इस सम्बन्ध में अनुपपुर जिले की पुलिस गाली गलौज की लिखित शिकायत पर क्या कार्यवाही करती है ,यह आने वाले समय में पता चलेगा |
आरटीओ चेक पोस्ट की उक्त निलंबित महिला आरक्षक ने अनूपपुर जिले के रामनगर चेक पोस्ट में बीच सड़क अनुपपुर जिले के दो आंचलिक पत्रकारों के ऊपर बीते दिन ऐसे गालियों की बौछार की थी , कि सुनने वाला भी शर्मसार हो जाए | घटना के बाद से इसका वीडियो शोसल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है |
रामनगर थाना में की गयी है लिखित शिकायत
अनुपपुर जिले के रामनगर थाना में लिखित शिकायत देते हुए सुरेन्द्र पाल एवं इन्द्रपाल यादव ने बताया कि वह क्षेत्र के आंचलिक पत्रकार है , गत दोपहर हम लोग अपने समाचार संकलन के कार्य से रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बरतराई चेक पोस्ट के पास से गुजर रहे थे तो देखा कि वहाँ पर सड़क में आने जाने वाले वाहनों की जांच दो सादे ड्रेस वाले व्यक्ति कर रहें हैं | जिन्होंने हमें रोका और हमसे हमारी गाडी के कागज़ मांगे ,जिसके बाद हमने उनसे उनका परिचय पूछा कि आप लोग हैं कौन ,जो सिविल ड्रेस में वाहन की चेकिंग कर रहे हो | हमारे सवाल करने के बाद उक्त दोनों व्यक्ति समीप खड़ी हुई बोलेरो के अंदर जाकर बैठ गये | जाते जाते उन्होंने हमें धमकी देते हए कहा कि तुम लोग आमाडांड में मिलना तो मै तुमको देख लूंगा | जिस बोलेरो में उक्त दोनों व्यक्ति जाकर बैठे ,उसमे मध्य प्रदेश शासन लिखा हुआ था | शिकायत कर्ताओं ने कहा है कि वर्दी एवं पद के घमंड में चूर ऐसे लोकसेवको के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही भी की जानी चाहिए |
पत्रकार हो या आमजन ऐसा व्यव्हार कितना उचित
घटना का वायरल वीडियो देखने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या जांच के नाम पर बीच सड़क किसी लोक सेवक द्वारा ऐसा व्यवहार आमजन के साथ किया जाना कितना उचित है | आरटीओ विभाग व् उनसे जुड़े उड़नदस्ता के कर्मचारियों द्वारा इस प्रकार का व्यवहार करना अब आम बात हो गयी है | कुछ माह पहले इसी तरह आरटीओ उड़नदस्ता के एक तथा कथित कर्मचारी द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष शहडोल के साथ भी अमर्यादित भाषा में फोन पर बात की गयी थी |
एसपी ने कहा था , शिकायत आएगी तो होगी कार्यवाही :
इस घटना और वायरल वीडियो के सम्बन्ध में जब अनुपपुर जिले के पुलिस अधीक्षक मोतिउर्रहमान से बात की गयी थी तो उन्होंने कहा कि अगर इस सम्बन्ध में कोई लिखित शिकायत आएगी तो जांच कराकर आवश्यक क़ानूनी कार्यवाही दोषियों के विरुद्ध की जाएगी | अब थाने तक लिखित शिकायत पहुँच चुकी है ,कार्यवाही का इन्तेजार शिकायत कर्ताओं को है |