छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के ढहने के मामले में पीएम मोदी द्वारा मांगी गई माफी पर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह माफी केवल राजनीतिक दिखावा है और इससे शिवाजी महाराज का अपमान दूर नहीं होगा। राउत ने यह भी कहा कि पीएम मोदी को पुलवामा हमले के लिए भी माफी मांगनी चाहिए।
राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा, “माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। अगर पीएम सचमुच माफी मांगना चाहते हैं, तो उन्हें पांच साल पहले पुलवामा में हुए हमले के लिए माफी मांगनी चाहिए थी, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। जम्मू-कश्मीर में घटनाओं की बढ़ती संख्या और कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का वादा पूरा न होना भी चिंता का विषय है। आपके झूठे दावों के चलते यह सब हुआ। इसलिए आपको हर दिन माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि महाराष्ट्र किसी को माफ नहीं करता।”
संजय राउत ने यह भी कहा कि पीएम मोदी को मुंबई की जनता ने काले झंडे दिखाकर उनका स्वागत किया। सिंधुदुर्ग में प्रतिमा ढहने के बाद पीएम मोदी ने माफी मांगते हुए कहा था, “मैं आज सर झुकाकर छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं।” हालांकि, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे पीएम मोदी के प्रचार की रणनीति बताया और कहा कि यह माफी केवल राजनीतिक हताशा का संकेत है।
कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी को माफी के साथ-साथ जवाबदेही भी तय करनी चाहिए। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, “अगर सीएम नेवी को सवालों के कटघरे में खड़ा किया जा रहा है, तो राजनाथ सिंह को भी जवाबदेही तय करनी चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिमा बनाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट में भाई-भतीजावाद हुआ है और सीएम शिंदे के करीबी को यह कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था।