भारत और बांग्लादेश के बीच कल से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में 2 मैचों की टेस्ट क्रिकेट सीरीज की शुरुआत हो रही है। बांग्लादेश की टीम, जिसने हाल ही में पाकिस्तान को उसी के घर में क्लीन स्वीप किया है, आत्मविश्वास से भरी हुई है। हालांकि, भारतीय टीम इस सीरीज को बिल्कुल भी हल्के में लेने के मूड में नहीं है, क्योंकि यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का हिस्सा है।
रोहित शर्मा की भारतीय टीम एक हफ्ते से चेन्नई में नेट्स पर पसीना बहा रही है, ताकि हर स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हो सके। दोनों टीमों का चेन्नई के इस प्रतिष्ठित मैदान पर यह पहला आमना-सामना होगा।
भारत-बांग्लादेश के बीच अब तक का रिकॉर्ड
भारत और बांग्लादेश ने अब तक कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 10 मैचों में भारत को जीत मिली है, जबकि 2 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। यह बांग्लादेश का तीसरा मौका है जब वह भारत के दौरे पर टेस्ट क्रिकेट सीरीज खेलने आई है, और पहले के सभी दौरे भारत ने जीतकर समाप्त किए हैं।
चेन्नई में भारत का प्रदर्शन
अगर चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम की बात करें, तो भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां अब तक कुल 34 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें से भारत ने 15 मैच जीते हैं, जबकि 7 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। 11 मैच ड्रॉ हुए हैं और एक मैच टाई रहा है। इस मैदान पर भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है, लेकिन यहां स्पिनरों का भी दबदबा रहा है।
पिच की स्थिति
चेन्नई की पिच काली मिट्टी से बनी होती है, जो कि स्पिन गेंदबाजों के लिए अनुकूल मानी जाती है। आमतौर पर इस पिच पर गेंद स्पिनरों को मदद करती है, लेकिन इस बार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले टेस्ट के लिए लाल मिट्टी की पिच का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि बांग्लादेश को धीमी पिचों पर खेलने की आदत है, और उन्हें इस बार चुनौती देने के लिए पिच में बदलाव की योजना बनाई गई है।
टॉस की भूमिका
चेन्नई के इस स्टेडियम में अब तक खेले गए 34 टेस्ट मैचों में से 12 बार वह टीम जीती है जिसने पहले बल्लेबाजी की है। वहीं, 10 बार वह टीम विजयी हुई है जिसने बाद में बल्लेबाजी की। इस मैदान पर टॉस जीतने वाले कप्तान अक्सर पहले बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं, क्योंकि पहले दिन बोर्ड पर अच्छा स्कोर खड़ा करने का रिकॉर्ड रहा है।
मैदान के कुछ अहम आंकड़े
- इस मैदान पर सबसे बड़ा टीम स्कोर 759/7 है, जो भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में बनाया था।
- सबसे कम स्कोर 83 रन का है, जो भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 1977 में बनाया था।
- पहली पारी का औसत स्कोर 347 रन, दूसरी पारी का औसत 337 रन, तीसरी पारी का औसत 243 रन और चौथी पारी का औसत 154 रन रहा है।
- वीरेंद्र सहवाग का 315 रन का व्यक्तिगत स्कोर इस मैदान पर सबसे बड़ा है, जो उन्होंने 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।
- वीनू मांकड़ ने इस मैदान पर 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ 55 रन देकर 8 विकेट लिए थे, जो अब तक का सबसे बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन है। वहीं, नरेंद्र हिरवानी ने 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 136 रन देकर 16 विकेट लिए थे, जो एक मैच में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन है।
आंकड़ों पर एक नजर
- खेले गए मैच: 34
- भारत द्वारा जीते गए मैच: 15
- मेहमान टीम द्वारा जीते गए मैच: 7
- ड्रॉ हुए मैच: 11
- टाई हुए मैच: 1
- पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा जीते गए मैच: 12
- बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा जीते गए मैच: 10
पिच और मैच की संभावनाएं
चेन्नई की पिच स्पिन गेंदबाजों के लिए अनुकूल है, लेकिन पहले टेस्ट में लाल मिट्टी की पिच का इस्तेमाल होने से तेज गेंदबाजों को भी मदद मिलने की उम्मीद है। भारत और बांग्लादेश, दोनों टीमों के पास बेहतरीन स्पिन गेंदबाज हैं, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों टीमें पिच का फायदा कैसे उठाती हैं।
टॉस इस मुकाबले में एक महत्वपूर्ण फैक्टर होगा, क्योंकि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को पिच से ज्यादा फायदा मिल सकता है। लेकिन बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए चुनौती बढ़ जाती है, खासकर चौथी पारी में, जब पिच काफी धीमी हो जाती है।
भारतीय टीम के पास घर में खेलने का अनुभव है, और चेन्नई के रिकॉर्ड को देखते हुए वे निश्चित रूप से जीत की ओर देख रहे होंगे। दूसरी ओर, बांग्लादेश की टीम भी आत्मविश्वास से भरी हुई है और पिछले कुछ समय में बेहतर प्रदर्शन किया है।
दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है, और चेन्नई की पिच इसे और दिलचस्प बना देगी।