उत्तर प्रदेश प्रदर्शन का असर: UPPSC परीक्षा स्थगित, सरकार ने सिंगल शिफ्ट और समीक्षा पैनल की घोषणा की
परीक्षा सिंगल शिफ्ट में होगी, समीक्षा समिति बनेगी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने गुरुवार को घोषित किया कि प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) परीक्षा सिंगल शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। इसके अलावा, समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षाओं की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन भी किया गया है। यह कदम आक्रोशित अभ्यर्थियों की मांगों को आंशिक रूप से मानते हुए उठाया गया है।
छात्रों के सामने बयान पढ़ा गया
UPPSC के सचिव अशोक कुमार ने गुरुवार को इलाहाबाद में आयोग कार्यालय के गेट पर जाकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को यह घोषणा पढ़कर सुनाई। उन्होंने कहा, “PCS 2024 परीक्षा सिंगल शिफ्ट में आयोजित होगी और RO/ARO परीक्षाओं पर निर्णय समिति लेगी। तब तक इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।” हालांकि, उन्होंने परीक्षा में अंकों के सामान्यीकरण प्रणाली पर कोई टिप्पणी नहीं की, जिसके खिलाफ छात्र विरोध कर रहे हैं।
प्रदर्शन का कारण और मांगें
प्रदर्शन सोमवार को शुरू हुआ जब छात्रों ने PCS और RO/ARO परीक्षाओं को दो दिनों में चार शिफ्ट में आयोजित करने के UPPSC के निर्णय का विरोध किया। आयोग ने कई प्रश्नपत्र सेटों के कारण अंकों के सामान्यीकरण प्रणाली का प्रस्ताव भी रखा, जिससे छात्रों में असंतोष पैदा हुआ। प्रदर्शनकारियों ने इसे “झांसा” कहकर अपनी नाराज़गी जताई और कहा कि वे केवल मौखिक आश्वासन से संतुष्ट नहीं होंगे। उन्होंने दोनों परीक्षाओं के लिए लिखित अधिसूचना जारी करने की मांग की और गिरफ्तार साथियों की रिहाई का भी आग्रह किया।
पुलिस द्वारा बल प्रयोग का आरोप
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि सरकार के दबाव में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, महिला छात्रों को खींचा और कई छात्रों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस से माफी की मांग करते हुए कहा कि वे कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं या पुलिस महिला छात्रों के प्रति अपने बर्ताव के लिए माफी मांगे। गुरुवार सुबह, कथित तौर पर पुलिस ने एक दिव्यांग प्रदर्शनकारी की बैसाखी छीन ली और चार अन्य छात्रों को हिरासत में ले लिया।
‘एक दिन, एक शिफ्ट’ की मांग पर अड़े छात्र
छात्र सोमवार से UPPSC गेट पर धरने पर बैठे हैं और लगातार यह नारा दे रहे हैं कि PCS और RO/ARO परीक्षा एक दिन और एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाए। यह विरोध UPPSC के 7 और 8 दिसंबर तथा 22 और 23 दिसंबर को दो-दिवसीय, चार शिफ्टों में परीक्षा कराने के फैसले के खिलाफ है। आयोग ने हर शिफ्ट में अलग-अलग प्रश्नपत्र सेट के कारण अंकों के सामान्यीकरण प्रणाली को लागू करने का भी निर्णय लिया है।
पुलिस उपायुक्त ने छात्रों को हटाने के लिए बल प्रयोग के आरोपों का खंडन किया और कहा कि कुछ असामाजिक तत्व कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस आयुक्त ने गुरुवार को प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया।