नई दिल्ली: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 11वें साल लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मी और 3,000 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। बुधवार को वीवीआईपी इलाकों में ‘मॉक ड्रिल’ की गई। पुलिस के अनुसार, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा के लिए रणनीतिक स्थानों पर स्नाइपर, स्वाट कमांडो, पतंग पकड़ने वाले और शार्पशूटर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, मध्य और नई दिल्ली में एआई-आधारित 700 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो चेहरों की पहचान कर सकते है |
चप्पे चप्पे में तैनात किए गये है सुरक्षा कर्मी
हरियाणा-दिल्ली और उत्तर प्रदेश-दिल्ली से राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाएं बुधवार रात 11:30 बजे के बाद कमर्शियल और भारी वाहनों के प्रवेश के लिए सील कर दी जाएंगी। नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने बताया कि हमने कनॉट प्लेस और संसद मार्ग पर मॉक ड्रिल की, क्योंकि नई दिल्ली को वीवीआईपी क्षेत्र माना जाता है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल भी तैनात किए गए हैं।
दिल्ली में ट्रैफिक एडवाइजरी:
अधिकारियों के अनुसार, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मॉल, मेट्रो स्टेशन और बाजारों सहित विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है और मुख्य समारोह में आमंत्रित लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए गुरुवार को लाल किले के आसपास के क्षेत्र में आवाजाही पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। पुलिस ने एक अगस्त से शहर में पैराग्लाइडर, यूएवी, हॉट एयर बैलून और छोटे आकार के विमानों के उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो गुरुवार तक लागू रहेगा।
बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ अलर्ट:
स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर विशेष रूप से माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। त्रिपुरा में पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि असम राइफल्स मैदान में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां मुख्यमंत्री माणिक साहा राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। सहायक महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) अनंत दास ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए तैनात अतिरिक्त केंद्रीय बल स्वतंत्रता दिवस समारोह के संपन्न होने तक राज्य में रहेंगे। बांग्लादेश से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को किसी भी संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है।