गर्दन में गांठ: स्ट्रेस और अन्य कारणों से हो सकता है Neck Hump, जानें इससे छुटकारा पाने के उपाय
गर्दन के पीछे एक गांठ या कूबड़ का बनना एक आम समस्या बन गई है, जिसे मेडिकल भाषा में “Neck Hump” या “Buffalo Hump” कहा जाता है। यह गांठ गर्दन के नीचे की ओर उभरती है और इसका आकार आमतौर पर बड़ा और सख्त होता है। गर्दन में यह गांठ कई कारणों से बन सकती है और यह समस्या जीवनशैली (lifestyle), गलत मुद्रा (posture), वजन (weight) और हार्मोनल असंतुलन (hormonal imbalance) के कारण उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में इसे बिना सर्जरी (surgery) के ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय (home remedies) और सही जीवनशैली अपनाई जा सकती है। आइए जानते हैं गर्दन पर हंप (Neck Hump) क्यों बनता है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
नेक हंप क्या है?
नेक हंप आमतौर पर रीढ़ की हड्डी (spine) के ऊपरी हिस्से से उत्पन्न होता है और इसे कूबड़ (hump) के रूप में जाना जाता है। यह गर्दन के पिछले हिस्से (back of the neck) में दोनों कंधों (shoulders) के बीच उभरता है। जिन लोगों को यह समस्या होती है, वे अक्सर अपने सिर को झुकाकर (slouch) या लटका कर (hanging) चलते हैं, जिससे यह हंप और बढ़ सकता है। यह समस्या आमतौर पर गर्दन के ऊपरी हिस्से में वसा (fat) के जमा होने से होती है, लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
Neck Hump बनने के कारण (Causes)
- गलत पोश्चर (Posture) – गलत तरीके से सोना (sleeping) या बैठना (sitting) गर्दन पर दबाव (pressure) डालता है, जिससे यह समस्या बढ़ सकती है।
- अधिक वजन (Obesity) – शरीर में अतिरिक्त वसा, विशेषकर गर्दन के आसपास, हंप बनने का कारण बन सकती है।
- हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) – थायराइड (thyroid) जैसी हार्मोनल समस्याएं गर्दन के आसपास वसा जमा होने का कारण बन सकती हैं।
- स्ट्रेस (Stress) – ज्यादा मानसिक तनाव (mental tension) लेने से भी गर्दन में दर्द (pain) और हंप की समस्या हो सकती है।
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Neck Hump से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय (Home Remedies)
- योग और आसन (Yoga and Asanas) – Yoga के कुछ आसन जैसे भुजंगासन (Bhujangasana) और मार्जरी आसन (Marjaryasana) गर्दन के हंप को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये आसन शरीर के पोश्चर को सही रखते हैं और गर्दन के तनाव (tension) को कम करते हैं।
- एक्सरसाइज (Exercise) – नियमित स्ट्रेचिंग (stretching) और चिन टेकिंग एक्सरसाइज (chin tucking exercise) करने से गर्दन के हंप को कम किया जा सकता है। यह शरीर की लचीलापन (flexibility) बढ़ाती है और मांसपेशियों (muscles) को मजबूत बनाती है।
- मालिश (Massage) – गर्म तेल (oil) से गर्दन और कंधों (shoulders) की हल्की मालिश करने से तनाव (stress) कम होता है और हंप को घटाने में मदद मिलती है। सप्ताह में 2 से 3 बार मालिश (massage) करने से अच्छे परिणाम (results) मिल सकते हैं।
- हॉट और कोल्ड पैक (Hot and Cold Packs) – हॉट और कोल्ड पैक से गर्दन और कंधों की सिकाई (icing) करने से सूजन (swelling) और दर्द (pain) कम हो सकते हैं, जिससे हंप की समस्या भी घट सकती है।
- वेट मैनेजमेंट (Weight Management) – वजन (weight) बढ़ने से गर्दन में हंप की समस्या बढ़ सकती है, इसलिए अपने वजन को नियंत्रित (control) रखना जरूरी है। स्वस्थ आहार (healthy diet), खासतौर पर कम फैट (low-fat) और प्रोटीन (protein)-युक्त आहार को अपनाएं।
गर्दन के हंप से बचने के लिए जीवनशैली (lifestyle) में बदलाव लाना और सही आहार (balanced diet) का सेवन करना बहुत आवश्यक है। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधियों (physical activities) और मानसिक शांति (mental peace) को प्राथमिकता देने से इस समस्या से निजात (relief) पाया जा सकता है। इन उपायों को अपनाकर बिना सर्जरी (surgery) के गर्दन की गांठ को कम किया जा सकता है।