महाकुंभ 2025: मुख्य स्नान पर प्रोटोकॉल नहीं होगा, योगी आदित्यनाथ ने किए बड़े ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुंभ के मुख्य स्नान के दिन कोई प्रोटोकॉल नहीं होगा और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी। साथ ही, उन्होंने सुरक्षा, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन, और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को पुख्ता करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रयागराज में इंफ्रास्ट्रक्चर में व्यापक सुधार किए गए हैं।
महाकुंभ 2025 में कुल छह स्नान होंगे
महाकुंभ 2025 में कुल छह स्नान होंगे, जिनमें से सबसे बड़ा स्नान मौनी अमावस्या पर होगा। इस दिन करीब 6-8 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। 13 जनवरी को पहला स्नान और 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान होगा। इसके बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का स्नान आयोजित होगा, जो महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा। इसके बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी और 26 फरवरी को दो और स्नान होंगे। योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक की और कहा कि हर स्नान पर्व पर संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी।
सुरक्षा और सुविधाओं पर जोर
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर मुख्यमंत्री ने सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सरकार की जिम्मेदारी है, और यह बिना किसी भेदभाव के प्रदान की जाएगी। महाकुंभ मेला क्षेत्र में आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा, और आपातकालीन चिकित्सा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम चल रहा है। सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों को 24 घंटे एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दौरान एंटी ड्रोन सिस्टम के प्रभावी इस्तेमाल के लिए भी निर्देश दिए।
महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां
महाकुंभ 2025 के लिए सरकार युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अब तक कई बड़े काम पूरे हो चुके हैं:
- 200 से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है।
- 14 में से 13 पुल बनकर तैयार हो गए हैं।
- 28 पांटून ब्रिज तैयार हो चुके हैं, और बाकी के दो भी जल्द तैयार हो जाएंगे।
- 12 किलोमीटर का अस्थायी घाट बनाया जा रहा है।
- 530 किलोमीटर के दायरे में चेकर्ड प्लेट बिछाई जा चुकी हैं।
- 450 किलोमीटर की पाइपलाइन पेयजल के लिए बिछाई गई है।
- 1.50 लाख से अधिक टेंटों की व्यवस्था की गई है।
- मेला क्षेत्र के 5000 एकड़ क्षेत्रफल में प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर संगम से 2-5 किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
- 7000 से अधिक संस्थाएं महाकुंभ में हिस्सा लेंगी।
- हर पार्किंग स्थल पर चौकी और पब्लिक अड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो घोषणाएँ की हैं, वे इस बार के आयोजन को पहले से कहीं ज्यादा व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने का संकेत देती हैं। इस बार श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएँ, सुरक्षा और सम्मान मिलेगा, जिससे महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन बन सकता है।