चीन में HMPV संक्रमण पर स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क, स्थिति फिलहाल नियंत्रण में
HMPV क्या है और किन्हें होता है खतरा?
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र की बीमारियाँ पैदा कर सकता है। यह विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
चीन में HMPV के मामलों में बढ़ोतरी
COVID-19 महामारी के पाँच साल बाद, चीन में HMPV संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, खासकर 14 साल से कम उम्र के बच्चों में। लक्षणों में खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी जटिलताएँ पैदा कर सकता है।
चीन के उत्तरी प्रांतों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
भारत में HMPV की स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वे चीन में HMPV संक्रमण की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, भारत में फिलहाल सर्दियों के दौरान श्वसन रोगों में कोई असामान्य वृद्धि दर्ज नहीं की गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि HMPV को लेकर भारत में अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
अन्य देशों में HMPV संक्रमण का इतिहास
गौरतलब है कि HMPV के मामले पहले 2011-12 में अमेरिका, कनाडा और यूरोप में भी देखे गए थे। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस संक्रमण के मौसम में तेजी से फैल सकता है।
बचाव और सावधानियाँ
HMPV से बचाव के लिए साफ-सफाई और संक्रमण से बचने के सामान्य उपाय अपनाए जा सकते हैं। विशेष रूप से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को संक्रमित लोगों से दूर रखने की सलाह दी जाती है।
भारत में स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर सतर्क है और समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करेगा।
निष्कर्ष:
चीन में HMPV संक्रमण के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, भारत में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। नागरिकों को घबराने की बजाय जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है।