BCCI ने खिलाड़ियों के लिए 10 सूत्री एजेंडा जारी किया
बीसीसीआई (BCCI) ने आखिरकार भारतीय क्रिकेट टीम में अनुशासन और एकता को बढ़ाने के लिए 10 सूत्री एजेंडा को लागू कर दिया है। टीम इंडिया के हालिया खराब प्रदर्शन के बाद बोर्ड ने यह कदम उठाया है। पिछले कुछ दिनों से इस पर चर्चा हो रही थी और अब इसे आधिकारिक रूप से मंजूरी मिल गई है। इस नए एजेंडे के तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं जो सभी खिलाड़ियों को मानने होंगे।
खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में अनिवार्य रूप से खेलना होगा
इस एजेंडे के अनुसार, अब सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भी अनिवार्य रूप से खेलना होगा। इससे टीम इंडिया को मजबूत बनाने के प्रयासों को बल मिलेगा और युवा खिलाड़ियों के साथ अनुभवियों की भी मजबूती सुनिश्चित की जाएगी।
विदेशी दौरे पर निजी स्टॉफ की अनुमति नहीं
दूसरे महत्वपूर्ण बदलाव के तहत, विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों को अब अपने निजी स्टॉफ को साथ लाने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम टीम के एकता और सामूहिक कार्य को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है, ताकि खिलाड़ियों का ध्यान केवल क्रिकेट पर केंद्रित रहे।
विज्ञापन शूटिंग पर प्रतिबंध
टीम इंडिया के खिलाड़ियों को अब किसी भी सीरीज के दौरान निजी विज्ञापनों की शूटिंग करने की अनुमति नहीं होगी। यह फैसला बोर्ड ने खिलाड़ियों की पूरी तरह से क्रिकेट में फोकस करने के उद्देश्य से लिया है।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी
अगर खिलाड़ी इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो बीसीसीआई के पास अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अधिकार होगा। इसमें केंद्रीय अनुबंध से रिटेनर फीस में कटौती, आईपीएल में भाग लेने पर प्रतिबंध, और अन्य गंभीर कदम शामिल हो सकते हैं।
टीम के दौरे पर अब नहीं चलेगी मनमर्जी
अब से खिलाड़ी को किसी दौरे के दौरान अपनी यात्रा करने की स्वतंत्रता नहीं होगी। अगर किसी दौरे या मैच का समापन पहले होता है, तो खिलाड़ियों को स्वीकृति के बिना जल्दी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बोर्ड ने इस कदम से यह सुनिश्चित किया है कि खिलाड़ियों की प्राथमिकता केवल क्रिकेट हो और वे अनुशासन का पालन करें।
परिवार के लिए केवल दो हफ्ते की अनुमति
विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों को अपने परिवार के सदस्य के साथ केवल दो हफ्ते ही रहने की अनुमति होगी। इससे खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, लेकिन यह समय सीमा सीमित रखी गई है। इस नियम का उद्देश्य टीम की एकता बनाए रखना और खिलाड़ियों को क्रिकेट में ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करना है।
कोच और स्पोर्ट स्टॉफ पर भी लागू नियम
यह नियम सिर्फ खिलाड़ियों पर ही नहीं, बल्कि कोच और स्पोर्ट स्टॉफ पर भी लागू होगा। अब कोच या अन्य स्टाफ के सदस्य भी निजी स्टॉफ को साथ नहीं ला सकेंगे, और उन्हें विज्ञापन की शूटिंग में भी हिस्सा नहीं लेना होगा।
निष्कर्ष
बीसीसीआई का यह 10 सूत्री एजेंडा भारतीय क्रिकेट टीम में अनुशासन और एकता लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। अब खिलाड़ियों को अपनी प्राथमिकताओं में बदलाव करना होगा और केवल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना होगा। यह बदलाव भारतीय क्रिकेट के लिए सकारात्मक साबित हो सकते हैं, लेकिन समय ही बताएगा कि यह नीति कितनी सफल रहती है।