2025 में सबसे ताकतवर देशों की लिस्ट: अमेरिका का दबदबा बरकरार, भारत-चीन की स्थिति
2025 के लिए ग्लोबल फायरपावर द्वारा जारी सैन्य ताकत की रैंकिंग में अमेरिका ने एक बार फिर सबसे पहले स्थान पर अपनी पकड़ बनाए रखी है। इसके बाद रूस और चीन का नंबर है, जबकि भारत चौथे स्थान पर काबिज है। यह रैंकिंग 145 देशों के सैन्य ताकत को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, और इस साल भी पहले पांच देशों में कोई खास बदलाव नहीं आया है।
अमेरिका, रूस और चीन का दबदबा
इस रैंकिंग के अनुसार, सैन्य ताकत में अमेरिका पहले नंबर पर है, जबकि रूस और चीन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। भारत ने भी सैन्य शक्ति के मामले में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखी है और चौथे स्थान पर है। इसके बाद दक्षिण कोरिया और यूनाइटेड किंगडम का नंबर आता है। इन देशों के सैन्य बल के कारण दुनिया की शक्तिशाली सेनाओं की सूची में इनका दबदबा बना हुआ है।
भारत-चीन की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं
2025 की इस रैंकिंग में भारत का चौथा स्थान पहले जैसा ही है, जबकि चीन का तीसरा स्थान भी बरकरार है। भारत और चीन दोनों की सैन्य ताकत में पिछले साल के मुकाबले कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है। दक्षिण कोरिया, जो पिछले साल पांचवे नंबर पर था, इस बार भी अपनी स्थिति कायम रखे हुए है।
पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका
इस साल पाकिस्तान को सैन्य ताकत के मामले में एक बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान 9वें स्थान से गिरकर 12वें स्थान पर पहुंच गया है। पिछले साल पाकिस्तान टॉप-10 में शामिल था, लेकिन इस बार वह इस सूची से बाहर हो गया है। पाकिस्तान के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और यूक्रेन की रैंकिंग भी इस बार नीचे आई है। हालांकि, वेनेजुएला, कजाकिस्तान और जॉर्डन जैसे देशों की पावर इंडेक्स में सुधार हुआ है, जो इस बार रैंकिंग में बेहतर स्थिति में आए हैं।
रैंकिंग कैसे तय की जाती है?
ग्लोबल फायरपावर की रैंकिंग 60 से अधिक मानकों पर आधारित होती है, जिनमें सैन्य इकाइयों की संख्या, वित्तीय स्थिति, रसद क्षमता, और भूगोल जैसी श्रेणियां शामिल हैं। इस सूची में कम स्कोर का मतलब होता है कि देश की सैन्य ताकत अधिक है। अमेरिका का पावर इंडेक्स 0.744 है, जो उसे पहले स्थान पर बनाए रखता है, जबकि रूस और चीन का पावर इंडेक्स 0.788 है, हालांकि चीन को तीसरे स्थान पर रखा गया है। भारत का पावर इंडेक्स 0.1184 है, जबकि दक्षिण कोरिया का पावर इंडेक्स 0.1656 है।
एशिया और अफ्रीका में क्या बदलाव आए हैं?
एशिया के देशों में चीन, भारत, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपनी जगह टॉप-10 में बनाए रखी है, जबकि पाकिस्तान इस बार टॉप-10 से बाहर हो गया है। अफ्रीका में मिस्र और नाइजीरिया सबसे ताकतवर देश बने हैं, और इनकी रैंकिंग क्रमशः 19वीं और 31वीं है। यूरोप में ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी का दबदबा इस साल भी कायम है। इजरायल को 15वां स्थान मिला है, जबकि ईरान 16वें स्थान पर है।
इस रैंकिंग के जरिए यह साफ होता है कि सैन्य ताकत के मामले में कुछ देशों के बीच मजबूत प्रतिस्पर्धा है, और यह सूची हर साल वैश्विक सैन्य समीकरण को समझने में मदद करती है।