जो जिला चिकित्सालय शहडोल मे पदस्थ एक महिला चिकित्सक द्वारा जारी किया गया हैं। जिसमे वह सिविल सर्जन डॉक्टर जी एस परिहार के खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोपों का ज़िक्र करते हुए इन्साफ दिलाने की गुहार कर रही है।
वीडियो मे महिला चिकित्सक द्वारा प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को सम्बोधित करते हुए हुए उन्होंने इन्साफ मांगते हुए मार्मिक अपील की। उक्त वीडियो मे महिला चिकित्सक अपील करते हुए कह रही कि सिविल सर्जन एक प्रभाव वाले व्यक्ति है, चुंकि उनके पद मे रहते हुए उनके खिलाफ जांच के दौरान पीड़ित कर्मचारी खिलाफ मे बोलने से डरेंगे। इसलिए सबसे पहले उन्हें जिला चिकित्सालय से हटाया जाए, तभी सच सामने आ सकता है। शिकायतकर्ता चिकित्सक ने वीडियो के माध्यम से आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि न जाने जिला चिकित्सालय मे कितनी महिला कर्मचारी अब तक सिविल सर्जन की प्रताड़ना की शिकार हो चुकी है। यह सच तभी सामने आ सकता हैं, ज़ब सिविल सर्जन को पद से हटाकर जांच कराई जाए।
हर अनहोनी के जिम्मेदार होंगे डॉ. परिहार
जारी वीडियो मे महिला चिकित्सक ने वीडियो मे यह भी कहा हैं कि मै सिविल सर्जन डॉक्टर परिहार की प्रताड़ना से मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित हो चुकी हूँ। मेरे साथ भविष्य मे किसी भी प्रकार की अनहोनी होती है। तो इन सबके जिम्मेदार डॉक्टर परिहार होंगे। इतने गंभीर आरोपो के साथ जारी इस वीडियो ने प्रदेश की शियासत को गरमा दिया हैं। इस वीडियो को पीएम व सीएम को महिला चिकित्सक द्वारा ट्वीट करने की जानकारी सामें आई हैं। अब आगे क्या होता हैं यह तो वक्त के साथ ही पता चलेगा। हालाकि इन आरोपों को सिविल सर्जन सिरे से नकार चुके हैं ।
महिला सुरक्षा को लेकर सवाल
महिला प्रताड़ना के मामले देशभर मे सामने आ रहें हैं। कभी राह चलते तो कभी कार्यस्थल पर महिलाए प्रताड़ित हो रही हैं। महिला कर्मचारियो की सुरक्षा को लेकर आए दिन सवाल खड़े होते रहते है। इन गंभीर आरोपों के बाद एक बार फिर प्रदेश मे महिला कर्मचारियो की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो रहा है। इस मामले के उजागर होने के बाद बीते दिनों हुईं कलकत्ता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज का मामला ताजा हो रहा है। उक्त मृतक डॉक्टर भी वहाँ प्रबंधन के खिलाफ कुछ सच्चाई सामने लाना चाह रही थी लेकिन उसे रास्ते से ही हटा दिया गया। इकट्ठा घटना के बाद जांच के दौरान हर दिन नए नए मामलो का खुलासा हो रहा है। शहडोल जिला चिकित्सालय मे पदस्थ दो दो महिला चिकित्सकों द्वारा सिविल सर्जन डॉक्टर परिहार के खिलाफ लिखित रूप से गंभीर आरोप लगाए जा चुके हैं, इसे लेकर कलेक्टर द्वारा तीन अफसरों की टीम से जांच कराई जा रही हैं।