Madhya Pradesh में ठंड का कहर, फेंगल तूफान का असर जारी
Madhya Pradesh में ठंड ने दस्तक दे दी है और कड़ाके की सर्दी का सिलसिला जारी है। रविवार को प्रदेश के राजगढ़ में सबसे कम 7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश के 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा, जिसमें नौगांव, रायसेन और ग्वालियर शामिल हैं।
फेंगल तूफान के असर से बदला मौसम
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने फेंगल तूफान का असर अब Madhya Pradesh तक पहुंच गया है। तूफान कमजोर पड़ने के बाद गहरा अवदाब क्षेत्र बन गया है, जो पुड्डूचेरी के आसपास टकराने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में हवाओं का रुख बदल गया है और आंशिक बादल छा रहे हैं। इससे न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ठंड का असर अभी भी बना रहेगा।
पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम का प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम सक्रिय है। साथ ही, पाकिस्तान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। जैसे ही यह पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ेगा, प्रदेश में एक बार फिर से तापमान में गिरावट आ सकती है।
ठंड का असर जारी, 10 डिग्री से कम तापमान वाले शहर
Madhya Pradesh के कई शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजगढ़ 7.0 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा, जबकि नौगांव में 7.2 डिग्री और भोपाल में 8.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। टीकमगढ़, खंडवा, बैतूल और ग्वालियर जैसे शहरों में भी ठंड ने अपना असर दिखाया।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड और बढ़ने की संभावना है। वर्तमान में उत्तर और उत्तर-पूर्वी हवाएं प्रदेश में ठंड को और अधिक कड़ाके की बना रही हैं। मौसम में हल्के बादल रहने से तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, लेकिन अगले 48 घंटों में ठंड के और तीव्र होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में ठंड का प्रकोप जारी है, और लोगों को इससे राहत मिलने के आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे हैं।