मध्य प्रदेश के खंडवा में भेड़िए के हमले से उपजी दहशत के बाद, अब सीहोर जिले में सियार का आतंक लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर रहा है। पिछले 24 घंटे में सियार के हमलों में 10 लोग घायल हो चुके हैं, जिससे ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। लगातार हो रहे इन हमलों से लोगों में डर और बेचैनी फैल गई है, और वे अपने घरों से बाहर निकलने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं। वन विभाग और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सियार का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में सियार ने 10 ग्रामीणों को घायल कर दिया है, जिससे गांवों में भय का माहौल है। सियार के आतंक के कारण ग्रामीणों की नींद उड़ गई है, और बच्चों को स्कूल जाने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर ग्रामीण रातभर पहरा दे रहे हैं, ताकि सियार के हमले से बचाव किया जा सके। प्रशासन और वन विभाग से मदद की उम्मीद की जा रही है, लेकिन फिलहाल ग्रामीणों को खुद ही सतर्क रहना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सियार के आतंक के बीच एक सियार का शव सड़कों पर मिला, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। एक ग्रामीण ने कहा, “अच्छा हुआ कि सियार मर गया, वरना और कितने लोगों को घायल करता।” सियार के लगातार हमलों से गांव में भय का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों में वन विभाग को लेकर गहरी नाराजगी है, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि विभाग की ओर से सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं। एक बुजुर्ग ने बताया कि बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सभी सियार के डर से परेशान हैं। गांव में मुनादी कराई गई है ताकि लोग सतर्क रहें, लेकिन सियार के हमले की चिंता ने पूरे गांव को झकझोर दिया है।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के आदिवासी बहुल खालवा तहसील के मलगांव में भेड़िए का आतंक देखने को मिला। घटना के दौरान, भेड़िए ने रात में घर में सोए एक परिवार पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर पड़ोसी और अन्य ग्रामीण पहुंचे, जिससे भेड़िया वहां से भाग गया। घायल लोगों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज किया गया। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है, और ग्रामीण अब सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वन विभाग और प्रशासन इस मामले की जांच कर रहे हैं और भेड़िए की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं।