ये हादसा उस समय हुआ, जब इंदौर में राऊ क्षेत्र के ओमेक्स हिल में सीवरेज टैंक में फंसे दो मजदूर बेहोश हो गए, जबकि एक मजदूर ने किसी तरह घटना की सूचना रहवासियों और पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बेहोश मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला और सीपीआर देकर उनकी जान बचाई। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है
इंदौर के राऊ थाना क्षेत्र में ओमेक्स हिल में सीवरेज टैंक के निर्माण के दौरान एक गंभीर हादसा हो गया। करीब 15 फीट गहरे सीवरेज टैंक में काम कर रहे तीन मजदूर , मनोज, विकास, और संजू को पेंटिंग का ठेका दिया गया था। टैंक के निर्माण के बाद उसमें पेंटिंग की जा रही थी, लेकिन पेंटिंग के दौरान एक मजदूर के हाथ से कुछ केमिकल गिर गया, जिससे टैंक के अंदर जहरीली गैस बन गई। इस गैस के कारण दो मजदूर बेहोश हो गए और हालात खतरनाक हो गए।
गैस इतनी जहरीली थी कि तीनों मजदूरों का दम घुटने लगा। जैसे-तैसे एक मजदूर किसी तरह बाहर निकलकर रहवासियों और पुलिस को घटना की जानकारी दी। लेकिन देर हो चुकी थी, और बाकी दोनों मजदूर सीवरेज टैंक के अंदर बेहोश हो गए थे। सूचना मिलते ही राऊ पुलिस ने मात्र 7 मिनट में मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस ने बेहोश हुए दोनों मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला और तुरंत मौके पर ही सीपीआर देकर उनकी जान बचाई।
रहवासियों ने पुलिस के इस साहसिक और त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन को देखा तो जमकर उनकी सराहना की। बेहोश मजदूरों को बचाने के बाद उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के दौरान हुई लापरवाही पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आने वाले दिनों में कार्रवाई करने की तैयारी में है।
एसीपी रूबीना मेजबानी ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग सीवरेज टैंक में फंस गए हैं। हमारी टीम तुरंत मौके पर पहुंची और मजदूरों को बाहर निकाला। उनमें से एक व्यक्ति लगभग मरणासन्न स्थिति में था, जिसे पुलिस जवान ने सीपीआर देकर पुनर्जीवित किया। इसी तरह दूसरे मजदूर को भी सीपीआर देकर बचाया गया।”