क्या बेबी पाउडर से सच में कैंसर का खतरा है? जॉनसन एंड जॉनसन पर $15 मिलियन का जुर्माना
Baby Johnson Powder से जुड़े नए updates काफी shocking हैं। पाउडर का इस्तेमाल तो लगभग सभी करते हैं, लेकिन अगर कोई आपसे कहे कि इसका इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है, तो शायद आप विश्वास न करें। लेकिन अमेरिका में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है।
Baby Johnson Powder और Cancer का खतरा
बेबी केयर प्रोडक्ट्स की list में जॉनसन एंड जॉनसन का नाम सबसे ऊपर आता है, खासकर Baby Johnson Powder का इस्तेमाल बच्चों के लिए बहुत common है। यहां तक कि बड़े भी कई बार इसका use करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि इस powder से कैंसर होने का खतरा हो सकता है? जी हां, अमेरिका की एक court ने जॉनसन एंड जॉनसन को $15 मिलियन यानी 1 अरब रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया है।
1 अरब का जुर्माना और केस की details
ये मामला 2021 का है, जब Evan Plotkin नाम के व्यक्ति ने जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ एक केस दर्ज किया। उन्होंने दावा किया कि पाउडर की खुशबू सूंघने से उन्हें गंभीर health issues हुए। इस दावे को देखते हुए कोर्ट ने कंपनी को दोषी पाया और जुर्माने के तौर पर $15 मिलियन का हर्जाना देने का आदेश दिया।
जूरी का क्या कहना है?
Plotkin के वकील, Brian Barly, ने बताया कि जूरी ने जॉनसन एंड जॉनसन को guilty करार दिया है। जूरी ने कहा कि Baby Johnson Powder में एक substance पाया गया है जिसे “मेसोथेलियोमा” कहते हैं, जो कैंसर पैदा करने के लिए responsible होता है। इस पाउडर में asbestos भी पाया गया है, जो शरीर में कैंसर के cells को जन्म देता है।
62,000 लोगों ने की शिकायत
ये फैसला ऐसे वक्त में आया है जब जॉनसन एंड जॉनसन दिवालिया होने की कगार पर है। 62,000 से ज्यादा लोगों ने कंपनी के powder products पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस पाउडर के use से ovarian cancer और अन्य स्त्रीरोग संबंधी cancer का खतरा बढ़ता है। इन मामलों के settlements में कंपनी अब तक $9 billion खर्च कर चुकी है, लेकिन उसकी समस्याएं खत्म नहीं हो रही हैं।
कैसे होता है कैंसर?
2020 में जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने सारे talcum powders को market से withdraw कर लिया था। कई लोगों ने कंपनी पर आरोप लगाया कि उनके पाउडर में asbestos मिलाया गया था, जिससे मेसोथेलियोमा नामक एक बीमारी होती है। ये बीमारी शरीर में cancerous cells को तेजी से develop करती है। यही वजह है कि अदालत ने कंपनी पर भारी जुर्माना लगाया है।