वॉशिंगटन: नासा की एस्टोनॉट सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर पिछले तीन महीने से International Space Station पर फंसे हुए हैं। बोइंग के Starliner से स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद, एक सप्ताह का मिशन अब 8 महीने लंबा हो गया है क्योंकि Starliner में खराबी के कारण उनकी Earth पर वापसी टल गई है। अब Spacecraft बिना Astronauts के वापस लौट रहा है। नासा के अनुसार, उन्हें अगले साल फरवरी में वापस लाने की योजना है। इस बीच, सुनीता विलियम्स का एक पुराना Interview वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने Space में होने वाली Challenges के बारे में बताया है।
अंतरिक्ष में माइक्रो ग्रेविटी का असर: भारत की यात्रा के दौरान, सुनीता विलियम्स ने स्कूली छात्रों से बातचीत में बताया कि माइक्रो ग्रेविटी के वातावरण में मानव शरीर कैसे बदलता है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में नाखून और बाल तेजी से बढ़ते हैं, और लंबाई भी बढ़ जाती है। साथ ही, उन्होंने बताया कि ‘पैरों पर पपड़ी गायब हो जाती है क्योंकि आप चलते नहीं हैं, और गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण चेहरे की झुर्रियां भी दूर हो सकती हैं।’
अंतरिक्ष में लंबाई क्यों बढ़ती है? सुनीता विलियम्स ने बताया कि अंतरिक्ष में माइक्रोग्रेविटी के कारण आपकी रीढ़ फैल जाती है, जिससे आपकी लंबाई बढ़ जाती है। लेकिन धरती पर लौटने के बाद, ये बदलाव धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं। आप गुरुत्वाकर्षण की वजह से अपनी सामान्य लंबाई पर वापस आ जाते हैं। अंतरिक्ष में माइक्रोग्रेविटी की स्थिति के चलते कोई गुरुत्वाकर्षण बल नहीं होता जो शरीर को तनाव दे सके, जिससे हड्डियों का घनत्व और मांसपेशियों का द्रव्यमान काफी कम हो जाता है।
पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण हमारी हड्डियों को हमेशा नीचे की ओर खींचता है, लेकिन Space में ऐसा नहीं होता। इस वजह से, अंतरिक्ष स्टेशन पर क्रू को नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी पड़ती है, जिसमें ट्रेडमिल पर दौड़ना, Squats और Deadlifts शामिल हैं। सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर 5 जून को Boeing’s Starliner से स्पेस में गए थे। लेकिन लॉन्च के बाद Starliner में Helium leak और Thruster malfunction के चलते उनकी Earth पर वापसी को टाल दिया गया है। नासा ने बताया है कि Spacecraft 6 सितंबर को वापस आएगा, लेकिन इसके साथ विलियम्स और विल्मोर नहीं होंगे।