इज़राइल-हमास संघर्ष में नया मोड़: बंधकों की हत्या के बाद स्थिति और बिगड़ी
इज़राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष को एक साल होने वाला है, और स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। हाल ही में, 7 अक्टूबर 2023 को, हमास ने बंधक बनाए गए छह लोगों की हत्या कर दी, जिससे युद्धविराम की मांग और भी तेज हो गई है।
इस घटनाक्रम के बाद इज़राइल में भी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध बढ़ गया है, क्योंकि लोग बंधकों को छुड़ाने में विफलता को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं।
नेतन्याहू ने इस बीच एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि इज़राइल गाजा में स्थायी युद्धविराम पर तभी सहमत होगा जब यह गारंटी होगी कि फिलाडेल्फिया कॉरिडोर का इस्तेमाल कभी भी हमास के लिए जीवन रेखा के रूप में नहीं किया जाएगा। नेतन्याहू ने कहा कि जब तक यह सुनिश्चित नहीं होता, इज़राइल पीछे नहीं हटेगा।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कड़ा बयान: फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर IDF का कब्जा बरकरार रहेगा
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) के कब्जे को बनाए रखने के अपने फैसले पर जोर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि युद्धविराम के लिए नए समझौते के पहले चरण में इस इलाके से हटने का कोई सवाल नहीं है।
नेतन्याहू ने कहा कि अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अधिक दबाव डालता है, तो फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से वापसी प्रभावी रूप से असंभव हो जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि किसी को तो वहां होना ही चाहिए। युद्ध के बाद गाजा पर जो भी शासन करेगा, उसे यह गारंटी देनी होगी कि इस गलियारे का इस्तेमाल हमास के लिए हथियारों और रसद की तस्करी के मार्ग के रूप में नहीं किया जाएगा।
फिलाडेल्फिया कॉरिडोर, गाजा पट्टी के दक्षिणी किनारे पर स्थित एक महत्वपूर्ण बफर जोन है, जो मिस्र की सीमा से सटा हुआ है। यह क्षेत्र सुरक्षा और निगरानी के लिए संवेदनशील माना जाता है। फिलहाल इस पर समझौते की बात चल रही है, लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस इलाके से पीछे हटने की संभावनाओं को साफ नकार दिया है।
इस बीच, हमास ने नए युद्धविराम समझौते की आवश्यकता से इनकार कर दिया है और कहा है कि गाजा के लिए नए प्रस्तावों की कोई जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि अमेरिका द्वारा पहले किए गए समझौतों पर इजरायल को सहमत होने के लिए दबाव डाला जाना चाहिए। हमास ने आरोप लगाया है कि इजरायल, विशेषकर फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से पीछे हटने से इनकार करके, वार्ता को विफल कर रहा है और नेतन्याहू इन वार्ताओं का उपयोग गाजा के लोगों के खिलाफ आक्रामकता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। हालांकि, हमास ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसने अमेरिका द्वारा 2 जुलाई को पेश किए गए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
दरअसल, इजरायल और हमास के बीच 7 अक्तूबर, 2023 को शुरू हुआ युद्ध अब भी जारी है। हाल ही में गाजा में घटित घटनाओं ने संघर्ष के और तेज होने की आशंका को बढ़ा दिया है। रविवार को इस्राइली सेना ने गाजा में छह बंधकों के शव बरामद किए, जिनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। मारे गए बंधकों में एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल था। अक्टूबर 2023 में हुए हमले के दौरान करीब 250 लोग इजरायल में बंधक बना लिए गए थे। बंधकों की हत्या से पूरे इजरायल में गुस्सा फैल गया है। रविवार रात, राजधानी तेल अवीव समेत कई शहरों में बंधकों की तुरंत रिहाई की मांग को लेकर बड़े प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से गाजा समझौते को जल्द पूरा करने की भी मांग की। इसके साथ ही, लेबर यूनियनों ने सोमवार को बंद का आह्वान किया था।