फ्रांस को मिला नया प्रधानमंत्री, जानें कौन हैं फ्रांस्वा बायरू, जिन पर राष्ट्रपति मैक्रों ने किया भरोसा
राष्ट्रपति मैक्रों ने बायरू पर जताया भरोसा, सामने होंगी ये चुनौतियाँ
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को फ्रांस्वा बायरू को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। बायरू, जो कि तीन महीने में फ्रांस के दूसरे प्रधानमंत्री होंगे, को सरकार बनाने की जिम्मेदारी सौंपने के बाद देश में राजनीतिक स्थिरता लाने की उम्मीद की जा रही है। उनकी नियुक्ति इस बात को ध्यान में रखते हुए की गई है कि नेशनल असेंबली में किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
नए प्रधानमंत्री के सामने बड़ी जिम्मेदारी
राष्ट्रपति मैक्रों ने बायरू के अनुभव को देखते हुए उन्हें सरकार बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है, क्योंकि फ्रांस में पिछले सप्ताह हुए अविश्वास प्रस्ताव के कारण प्रधानमंत्री माइकल बार्नियर और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को इस्तीफा देना पड़ा था। बायरू का राजनीतिक अनुभव फ्रांस के लिए एक अहम कारक माना जा रहा है, क्योंकि यह देश वर्तमान में राजनीतिक असंतुलन से गुजर रहा है। ऐसे में उनका नेतृत्व और संवाद की क्षमता फ्रांस के लिए स्थिरता का प्रतीक बन सकती है।
विपक्ष के समर्थन की आवश्यकता
बायरू के सामने एक बड़ी चुनौती यह होगी कि उन्हें अपनी सरकार को सत्ता में बनाए रखने के लिए वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों पक्षों के सांसदों का समर्थन प्राप्त करना होगा। उनका मंत्रिमंडल विपक्षी दलों के समर्थन पर निर्भर करेगा, जो इस सरकार के लिए एक बड़ी राजनीतिक चुनौती साबित हो सकती है। आने वाले दिनों में, बायरू को विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत करने और नए मंत्रियों का चयन करने के लिए एक रणनीति बनानी होगी।
राजनीतिक अनुभव और लोकप्रियता
फ्रांस्वा बायरू का राजनीतिक करियर लंबा और प्रभावशाली रहा है। वह 1993 से 1997 तक शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान जनता के बीच काफी लोकप्रिय हुए थे। इसके बाद, उन्होंने तीन बार राष्ट्रपति पद की दावेदारी की थी—2002, 2007 और 2012 में। हाल ही में, यूरोपीय संसद में धन के गबन के आरोपों से बरी होने के बाद उनकी छवि एक सक्षम नेता के रूप में उभर कर सामने आई है।
नयी सरकार का निर्माण और विपक्ष के साथ समझौता
हालाँकि, बायरू की सरकार को स्थिरता प्रदान करने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों से समर्थन की आवश्यकता होगी, लेकिन उनका अनुभव इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आने वाले समय में बायरू के नेतृत्व में फ्रांस की राजनीति में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो देश के लिए स्थिरता और विकास के मार्ग खोल सकते हैं।