पिछले कुछ हफ्तों से छोटे-छोटे भूस्खलनों की वजह से पावर स्टेशन को पहले ही खाली कर दिया गया था, जिससे किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
भूस्खलन की वजह से पावर स्टेशन के पास की पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर पावर स्टेशन पर गिर गया। पावर स्टेशन के पास काम कर रहे लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में देखा गया कि चट्टान का एक हिस्सा तेजी से खिसकता है और पावर स्टेशन के ऊपर गिर जाता है, जिससे कुछ ही सेकंड में पावर स्टेशन पूरी तरह से नष्ट हो गया।
इस साल जून में भारी बारिश ने सिक्किम में भयंकर तबाही मचाई थी। तीस्ता नदी के उफान की वजह से उत्तरी पश्चिम बंगाल के कई इलाके जलमग्न हो गए थे और प्रशासन को कलिम्पोंग-दार्जिलिंग मार्ग पर यातायात रोकना पड़ा था। उत्तरी सिक्किम में भी भारी भूस्खलन हुआ था, जिससे कई लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग लापता हो गए थे। इसके अलावा, इस साल 2023 में बादल फटने से आई बाढ़ से चुंगथांग में तीस्ता बांध का कुछ हिस्सा भी बह गया था।देश भर में इस समय बारिश का कहर है | बिहार में कई पुल तेज बारिश के बाद धराशाई हो गये है .जिसे लेकर वहा राजनीति तेज हो गयी है | विपक्ष सरकार के ऊपर हमलावर है |