एनडीआरएफ की चार टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साहा से बातचीत कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार ने अगले आदेश तक सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। भारी बारिश के कारण राज्य की बड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। भूस्खलन के कारण करीब 1900 स्थानों पर सड़कें बाधित हो गई हैं। जलभराव और बाढ़ के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
पश्चिम त्रिपुरा और सिपाहीजला जिले में भारी बारिश के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और असम राइफल्स समेत केंद्रीय अर्धसैनिक बल राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। लोगों को बाहर न निकलने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री मानिक साहा ने स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए सभी जिला अधिकारियों को प्रभावित लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से सहायता मांगी थी, जिसके बाद एनडीआरएफ की चार अतिरिक्त टीमें राज्य में भेजी गई हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार बोट और हेलीकॉप्टर के साथ मदद कर रही है और संकट की इस घड़ी में त्रिपुरा के लोगों के साथ है।