हमने विधायक व सांसद सबको बता दिया है । ऐसी धमकी भरी बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है । जो जैसिंहंगर के ग्राम मसीरा Podi Sand Mine के पास का बताया जा रहा है और यह हॉट टाक स्थानीय ग्राम मसीरा निवासी सालिकराम तिवारी एवं उनके साथी तथा जिले में रेत खदानों का ठेका लेने वाली ग्लोबल सहकार प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों के बीच की बताई जा रही है । हालाकि इस वीडियों की पुष्टि खबरीलाल नहीं करता है ।
पता चला कि जिस ग्लोबल सहकार प्राइवेट लिमिटेड ने जिले में रेत खदानों का ठेका लिया है ,वह अन्य रेत खदानों के साथ साथ मसीरा खदान से भी रेत खनन व परिवहन कर रही है , इस बीच बीते दिवस कुछ स्थानीय दबंगों ने विवाद शुरू कर दिया ।जो वीडियो वायरल हो रहा है वह दो दिन पुराना बताया जा रहा है । जिसमे एक ओर तो रेत कंपनी के आधा दर्जन कर्मचारी दिखाई दे रहें हैं तो दूसरी ओर दो व्यक्ति एक चार पहिया वाहन में टेक लगाकर कर्मचारियों से हॉट-टाक करते नजर आ रहें है । जिसमे से एक का नाम सालिकराम तिवारी निवासी ग्राम मसीरा बताया जा रहा है । लेकिन जिस तरीके से वीडियो में धमकी भरी बाते सुनाई पड़ रही है उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह रेत कपंनी के कार्य में बाधा उत्पन्रन करना चाह रहें हैं ।
वीडियों में स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा भी सुनाई दे रहा है । रेत कंपनी के कर्मचारियों से कहा जा रहा है कि अब लालीपॉप से काम नहीं चलेगा । कंपनी के जीएम यहाँ पर आए हमसे सीधे आमने सामने बात करें तभी यहाँ से रेत परिवहन किया जा सकता है अन्यथा नहीं । इसके अलावा स्थानीय सांसद व विधायक का नाम लेते हुए कहा जा रहा है कि हमने उन्हें भी सब बता दिया है । बहरहाल वीडियों में जारी हॉटटाक से ऐसा आभाष हो रहा कि रेत उत्खनन का ठेका लेने वाली कंपनी को सरकार को मोटी राजस्व की रकम देने के बावजूद आए दिन ऐसी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है ।
पोकलेन मशीन की चर्चा
इस वायरल वीडियों के साथ साथ अन्य फोटो भी वायरल हो रही है ,जिसमे सालिकराम तिवारी के द्वारा दीपावली से पहले एक पोकलेन मशीन खरीदने की तश्वीर है । ऐसा आरोप है कि वह उक्त मशीन को Podi Sand Mine में लगवाना चाह रहे थे ,लेकिन संभवतः कंपनी उनकी बात से सहमत नहीं हुई । जिसके बाद ही उन्होंने यह विरोध शुरू किया लेकिन सालिकराम तिवारी ने ऐसी किसी भी बात से साफ़ इनकार किया है ।
वहीँ दूसरी ओर इस वायरल वीडियो के सम्बन्ध में ग्राम मसीरा निवासी सालिकराम तिवारी से बात की गयी तो उनका कहना था कि हम ठेका कंपनी के ऊपर किसी तरह का कोई दबाव बनाना नहीं चाह रहें बल्कि खनन नीतियों का पालन करने की बात कह रहें हैं । हमारे गाँव से रेत निकाली जा रही तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलना चाहिए । पूर्व में कंपनी के लोगों ने खदान शुरू होने पर स्थानीय बेरोजगार युवकों को खदान में रोजगार देने की बात कही थी लेकिन अब वह अपनी उस बात से मुकर रही है । केवल इसी बात का हम लोग विरोध जता रहें हैं ।