किसानों के लिए गुड न्यूज: मूंगफली और दालों की MSP पर खरीद की तैयारी
गुजरात के कृषि मंत्री राघवजी पटेल (Gujarat Agriculture Minister Raghavji Patel) ने बताया है कि सरकार 11 नवंबर से मूंगफली के साथ ही सोयाबीन, मूंग, और उड़द की खरीदी एमएसपी (Minimum Support Price) पर करने की योजना बना रही है। इस कदम का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। गुजरात के मूंगफली और दाल उत्पादन करने वाले किसानों (Peanut and Pulse Farmers) को बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है, क्योंकि सरकार ने इन फसलों की एमएसपी पर खरीद का ऐलान किया है।
गुजरात के कृषि मंत्री ने कहा कि 11 नवंबर से खरीदी की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें मूंगफली के अलावा सोयाबीन, मूंग, और उड़द की फसलें भी शामिल होंगी। किसानों को आर्थिक रूप से सहायता देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
खरीदारी के लिए केंद्रों की संख्या
गुजरात में मूंगफली और दालों की एमएसपी पर खरीद के लिए सरकार ने 160 से अधिक केंद्रों को चुना है। मंत्री ने जानकारी दी कि यह प्रक्रिया कुल 90 दिनों तक चलेगी, जिससे किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है। यह खरीद प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के अंतर्गत की जाएगी।
किसान अपनी फसल कैसे बेच सकते हैं?
जो किसान अपनी फसल को एमएसपी पर बेचना चाहते हैं, वे 3 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 के बीच इसके लिए पंजीकरण करा सकते हैं। यह रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन ई-समृद्धि पोर्टल पर किया जाएगा। 2024-25 के खरीफ सीजन के लिए मूंगफली की एमएसपी दर 6,783 रुपये प्रति क्विंटल, सोयाबीन की 4,892 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द की 7,400 रुपये प्रति क्विंटल, और मूंग की 8,682 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है।
पिछले साल भी सरकार ने पीएसएस योजना के तहत किसानों से फसल की एमएसपी पर खरीदी की थी, जिसमें 61,372 किसानों से 1.18 लाख मीट्रिक टन से अधिक उपज को 671 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। इस साल भी सरकार ने योजना बनाई है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिल सके।
इससे स्पष्ट है कि सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कदम उठा रही है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिलेगी और फसल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।