इंदौर में एक महिला ने एक स्क्रैप व्यापारी सहित पांच लोगों पर रेप का आरोप लगाया है। घटना महिला के साथ करीब तीन महीने पहले हुई थी और वह एफआईआर दर्ज कराने के लिए परेशान थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
कनाड़िया पुलिस ने बताया कि 34 वर्षीय महिला ने शहजाद मडावरा, सलीम बारी (श्रीनगर कांकड), सलीम तेली (ईद मोहम्मद के पुत्र, खजराना), इरफान अली (रसलपुर देवास) और नजर पठान पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
पीड़िता की कहानी:
11 जून 2024 को महिला कनाड़िया में फ्लैट देखने के लिए घूम रही थी। अचानक उसकी स्कूटी के सामने एक थार कार आकर रुक गई। इसमें से इरफान अली बाहर आया और उसे जबरन कार में बिठाने की कोशिश की। जब उसने विरोध किया, तो सलीम ने कहा कि वह उसे 10 से 12 लाख रुपये देंगे और कार में बैठ जाए। महिला ने मना कर दिया।
इस बीच, कार में पीछे बैठे सलीम तेली ने कहा कि सड़क पर ही उसके कपड़े फाड़ दो, तभी गाड़ी चलेगी, और उसे गालियाँ दीं। महिला डर गई थी। फिर सलीम बारिक गाड़ी से बाहर आया और उसे जबरन गाड़ी में बिठा दिया। इसके बाद एक सफेद रंग की कार आई, जिसमें से शहजाद नाम का लड़का उतरा और उसने उसे पीटते हुए गालियाँ दीं।
महिला को अरविंदो अस्पताल के पास एक गोदाम में ले जाया गया, जहां कोई नहीं था। वहां पांचों ने कमरे में टीवी चला दिया और आवाज तेज कर दी ताकि उसकी आवाज बाहर न जाए। सलीम ने बेल्ट निकालते हुए उसे धमकाया कि अगर उसने नाचा नहीं, तो उसे मार डालेगा। आधे घंटे बाद, सभी ने उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की कोशिश की। उसने विरोध किया, तो उसे बेल्टों से बुरी तरह पीटा गया, जिससे उसका पूरा शरीर नीला पड़ गया।
पीड़िता ने एफआईआर में कहा कि उसने मदद के लिए चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन टीवी की तेज आवाज के कारण कोई उसकी आवाज नहीं सुन सका। सलीम तेली और अन्य पांच लोगों ने उसके साथ बुरा व्यवहार किया। इसके बाद, उसे एआर10 ब्रिज पर छोड़ दिया गया, जहां से वह अपनी बहन के पास पहुंच गई। पिछले तीन महीनों से वह शिकायत के लिए भटक रही थी और इस दौरान आरोपियों ने उसे मारने की धमकी भी दी थी।