इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार Jimmy Shergill
Jimmy Shergill, जिनका करियर बॉलीवुड में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, ‘औरों में कहां दम था’ फिल्म में नजर आ रहे हैं। यह फिल्म अपने अनोखे विषय और कंटेंट के लिए चर्चा में है, और इसमें उनकी भूमिका भी बेहद खास है। Jimmy Shergill ने इस फिल्म की कहानी और उनके किरदार को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं। उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म चयन की प्रक्रिया में किरदार और कहानी का कितना महत्व होता है।
फिल्म की कहानी और पात्र को बताया अहम
Jimmy Shergill का मानना है कि एक कलाकार हमेशा अपनी कला के हर पहलू को दिखाना चाहता है। यह दर्शाना चाहता है कि वह केवल एक ही तरह की फिल्में नहीं करता। कई कलाकार अपनी फिल्मों और काम के माध्यम से एक अलग तरह की विरासत छोड़ना चाहते हैं, ताकि उनका काम और उनकी कला पीढ़ियों तक याद की जा सके।
लेकिन Jimmy Shergill की सोच इस मामले में थोड़ी अलग है। उनका कहना है कि उन्होंने कभी अपने करियर में यह सोचकर काम नहीं किया कि उन्हें कोई विरासत छोड़नी है। उनके अनुसार, एक कलाकार तब ही एक सच्ची विरासत बना सकता है, जब वह पूरी तरह से अपने काम में शामिल हो। इसका मतलब है कि वह खुद अपनी कहानी लिखे, उसमें अभिनय करे, और निर्देशन भी खुद ही करे।
फिल्म के चयन की शर्तें
Jimmy Shergill ने बताया कि वे फिल्म के चयन में कई शर्तों को ध्यान में रखते हैं। सबसे पहली शर्त होती है कि फिल्म की कहानी में दम होना चाहिए। वह मानते हैं कि बिना मजबूत कहानी के फिल्म दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकती। इसके अलावा, उनके लिए किरदार का महत्व भी अत्यधिक होता है। एक अच्छा किरदार जो चुनौतीपूर्ण हो और जिसमें उनकी अभिनय क्षमता का सही उपयोग हो सके, वही उनकी पसंदीदा होती है।
उन्हें यह भी लगता है कि जब तक कहानी और किरदार उनके मानकों पर खरे नहीं उतरते, तब तक वह फिल्म में काम करने के बारे में नहीं सोचते। इस दृष्टिकोण के कारण, उनकी फिल्मों की सूची में ऐसी भूमिकाएं होती हैं जो उनके अभिनय कौशल को सही मायने में प्रदर्शित करती हैं।
विरासत बनाने की सोच
Jimmy Shergill का कहना है कि एक कलाकार की विरासत केवल तब बन सकती है जब वह पूरी तरह से अपने काम में लगे। उन्हें लगता है कि विरासत बनाने के लिए एक कलाकार को खुद की कहानी लिखनी चाहिए, उसमें अभिनय करना चाहिए और यदि संभव हो तो निर्देशन भी खुद ही करना चाहिए। इसके जरिए वह अपनी पूरी कला को सही मायने में व्यक्त कर सकते हैं।
उनका यह भी कहना है कि कई बार फिल्म के प्रस्ताव आते हैं जो केवल एक ही तरह की भूमिका या कहानी के होते हैं। ऐसे में, अगर कहानी में गहराई और किरदार में चुनौती नहीं होती, तो वह उन प्रस्तावों को ठुकरा देते हैं।
अंतिम विचार
Jimmy Shergill की इस बातचीत से यह स्पष्ट होता है कि वह फिल्मों के चयन में अत्यधिक सावधानी बरतते हैं। उनकी प्राथमिकता हमेशा कहानी और किरदार को लेकर होती है। इसके साथ ही, उनका मानना है कि एक सच्ची विरासत वही है जो पूरी तरह से अपनी कला और काम में शामिल हो। उनकी यह सोच न केवल उनके करियर को दिशा देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वे अपनी कला को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
इस प्रकार, Jimmy Shergill का फिल्म चयन की प्रक्रिया और विरासत बनाने की सोच, बॉलीवुड में उनके स्थान और महत्व को स्पष्ट करती है। उनकी यह दृष्टि और समझ उनकी कला और करियर को एक नई ऊंचाई पर ले जाती है।