पुलिस की कार्यवाही केवल रिपोर्ट दर्ज किए जाने तक ही सिमटी हुई है ।जिसके परिणाम स्वरूप चोरों द्वारा लगातार बेख़ौफ़ होकर चोरियों की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है । ताजा मामला जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बमूरा का है , जहां रहने वाले राघवेंद्र सिंह परिहार के घर में दिनदहाड़े अज्ञात चोरों से बड़ी ही सफाई के साथ सोने चांदी के लगभग नौ तोला से अधिक वजन के जेवरात पार कर दिए । जिसकी अनुमानित कुल कीमत लगभग 10 लाख रुपए के आसपास बताई जा रही है । घटना के बाद इसकी सूचना सिंहपुर थाना में दी गयी । जिस पर पुलिस द्वारा अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर पतासाजी शुरू कर दी गयी है ।
जानकारी के अनुसार घर की महिलाएं किसी समारोह से वापस लौटकर आई थी, और सुबह सारे गहने एक बैग में डालकर घर की आलमारी में सुरक्षित रख दिया था। इस बीच किसी अज्ञात चोर ने दिनदहाड़े घर से उक्त जेवरात पार कर दिया। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि किसी जानकार व्यक्ति ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है । हालाकि अभी तक पुलिस ने किसी भी नामजद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है । केवल जांच पड़ताल की जा रही है ।
जबकि सिंहपुर थाना क्षेत्र के ही ग्राम उधिया में बीते दो माह पूर्व अविनाश श्रीवास्तव के मकान से भी इसी तरह दिनदहाड़े 10 लाख रुपए से अधिक कीमत का जेवरात पार हो चुके है । साथ ही उक्त घटना के चंद दिनों बाद ग्राम उधिया में ही श्रीवास्तव के चाचा के घर में रखी करीब 40 क्विंटल धान भी चोरों ने पार कर दिया था ।इसके अलावा बीते सप्ताह दो पुलिस अधिकारियों के शहडोल स्थित आवास में भी चोरियों की वारदात हुई ।
पुलिस अफसरों के यहाँ हुई चोरी की वारदात के बाद अभी जांच पड़ताल चल ही रही थी कि कोतवाली थाना से महज कुछ दूर सब्जी मंडी गंज में तीन दिन पहले एक साथ तीन दुकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया । जहां से करीब दो लाख रुपए का सामान व नकदी पार कर दिया गया । इससे पहले गोल बाजार धनपुरी स्थित एक किराना दूकान के छत की एल्बेस्टर सीट तोडकर वहाँ से करीब 50 हजार रुपए कीमत का सामान पार कर दिया गया था ,उक्त मामले में भी पुलिस के हाथ अब तक खाली है ।
इसी कड़ी में बुढार व पपौन्ध में भी बीते दिवस चोरियाँ हुई ,उसके बाद सिंहपुर में लाखो के जेवर दिन दहाड़े पार कर दिए गये । चोरी की इस लगातार वारदातों के बाद अभी तक अधिकाँश मामलों में पुलिस के हाथ खाली ही है । पिछली चोरी का पुलिस पता नहीं लगा पा रही और अगले दिन फिर किसी न किसी थाना क्षेत्र से चोरी की खबर सामने आ जाती है । इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहें हैं ।
ऐसा लग रहा कि चोरों ने शहडोल जिला को अपने लिए एक सुरक्षित ठिकाने के रूप में चुन रखा है ,जहां वह बेख़ौफ़ होकर आए दिन चोरी की वारदात को अंजाम देकर फुर्र हो जाते है । इसके बाद पुलिस के सामने सांप निकलने के बाद लकीर पीटने जैसा ही काम रहता है ।